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जैसलमेर

बढ़ गई नहरबंदी: पानी के मोर्चे पर जंग सबसे कठिन दौर में

– तयशुदा अवधि से बढ़ गई नहरबंदी- 100 से ज्यादा गांव रहेंगे टैंकर सप्लाई के भरोसे

जैसलमेरMay 23, 2022 / 08:03 pm

Deepak Vyas

बढ़ गई नहरबंदी: पानी के मोर्चे पर जंग सबसे कठिन दौर में

बढ़ गई नहरबंदी: पानी के मोर्चे पर जंग सबसे कठिन दौर में

जैसलमेर. सीमांत जैसलमेर जिलावासियों के लिए आने वाले 10-12 दिन भीषण गर्मी के दौर में कहीं अधिक कठिनाई भरे हो सकते हैं। इंदिरा गांधी नहर परियोजना में पिछले महीने की 20 तारीख से जारी नहरबंदी की अवधि बढ़ गई है। ऐसे में लोगों को पीने के पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। जो पहले से पानी की परेशानी झेल रहे हैं। दूसरी तरफ जिला प्रशासन और जलदाय विभाग के लिए भी यह समय सबसे बड़ी चुनौती का है। दरअसल तयशुदा समयानुसार पंजाब से इंदिरा गांधी नहर परियोजना में दो दिन पहले पानी छोड़ दिया गया था लेकिन पंजाब क्षेत्र में ही इससे नहर क्षतिग्रस्त हो जाने की तस्वीर सामने आई। जिसके बाद पंजाब ने फिलहाल नहर की मरम्मत करवाने के लिए पानी रोक दिया है। ऐसे में जैसलमेर जिले की नहरों में जो पानी ज्यादा से ज्यादा 25 मई तक पहुंचना तय था, वह अब 30 मई से 2 जून तक आएगा। तब तक विभाग मोहनगढ़ स्थित हैडवक्र्स में संग्रहित पानी की लगातार खत्म होते भंडार को देखते हुए रोक-रोक कर पानी की सप्लाई करने के लिए विवश है। वर्तमान में जैसलमेर शहर में अधिकांश जगहों पर 72 घंटों के अंतराल से जलापूर्ति हो पा रही है। यह आने वाले दिनों में 96 या 120 घंटों तक पहुंच सकती है। हालांकि जलदाय विभाग का दावा है कि तीन दिन से ज्यादा समय आपूर्ति में नहीं लगने दिया जाएगा। यह तो शहर की बात है, जिले के ग्रामीण क्षेत्रों विशेषकर दूरदराज के गांव-ढाणियों में पीने का पानी हाहाकार का सबब बन सकता है। अब सारा दारोमदार जिला प्रशासन की मोनेटरिंग और जलदाय विभाग के अभियंताओं व कार्मिकों की कुशलता पर टिक गया है। वैसे विभाग की तरफ से पिछले एक सप्ताह के दौरान 75 गांवों और साढ़े चार सौ से अधिक ढाणियों में टैंकर से जलापूर्ति करने की बात कही गई है। ताजा हालात में टैंकर पर आधारित गांवों की संख्या बढकऱ 100 से ज्यादा व ढाणियां 600 से अधिक हो सकती हैं।
पूरी सप्लाई अब जलदाय विभाग के पास
गौरतलब है कि गत अर्से राज्य सरकार के निर्णयानुसार जैसलमेर शहर की जलापूॢत की व्यवस्था जलदाय विभाग को नगरपरिषद ने सुपुर्द कर दी है। गत करीब आठ-नौ साल से शहर में पानी पिलाने की जिम्मेदारी स्थानीय निकाय के पास थी। अब गांवों के साथ शहर की व्यवस्था जलदाय विभाग के पास आ गई है। विभाग के अधिकारियों ने एक दिन पहले शहर सप्लाई को लेकर विस्तार से योजना बनाने की बात कही है। जिसमें प्रत्येक जोन में कब पानी छोड़ा छाएगा, इसका टाइम टेबल तक बना लिया गया है। जिम्मेदारों की मानें तो 72 घंटों से ज्यादा समय आपूर्ति में नहीं लगने दिया जाएगा। हालांकि भीषण गर्मी में यह समयावधि भी कम नहीं है लेकिन इससे भी ज्यादा समय अगर लगा तो हालात बेकाबू होते देर नहीं लगेगी। जानकारी के अनुसार जलदाय विभाग के पास इस बात की पुख्ता सूचना है कि नहरी पानी पर लगभग पूरी तरह से निर्भर जैसलमेर मुख्यालय तथा जिले के 177 गांवों के लिए 2 जून से ही सुचारू रूप से पानी मिलना शुरू हो पाएगा। हालांकि उनकी उम्मीद अब भी यही है कि ज्यादा से ज्यादा 30 मई तक पानी मिल जाए ताकि अंतराल बढ़ा कर वे संग्रहित जल से काम चला सकें। गौरतलब है कि गत दिनों के दौरान मोहनगढ़ हैडवक्र्स की डिग्गी में खत्म होती जलराशि के मद्देनजर सप्ताह में एक दिन का शटडाउन लिया गया। इसे हाल में बढ़ाकर सप्ताह में दो दिन किया गया है। हालात को नियंत्रण में रखने के लिए सप्ताह में तीन दिन भी शटडाउन लिया जा सकता है।
नौतपा भी लेगा परीक्षा
एक तरफ नहर में पानी पहुंचने में देरी हो रही है दूसरी ओर खगोल विज्ञानियों के अनुसार आगामी 25 मई से नौ दिन यानी 2 जून तक नौतपा चलेगा। इस दौरान गर्मी अपने सबसे भीषण रूप में होगी। गर्मी बढऩे पर स्वाभाविक रूप से पानी की खपत बढ़ेगी। इंसानों के साथ मवेशियों के लिए पीने के पानी का बंदोबस्त किया जाना अत्यंत आवश्यक होगा। नौतपा में जल खपत 10 प्रतिशत तक बढ़ जाने का अनुमान है। वैसे यह जानकारी मिली है कि जैसलमेर के लिए पानी की अतिरिक्त व्यवस्था गत दिनों के दौरान गजरूपसागर व डाबला के कुछ नलकूपों से करवाने में विभाग सफल रहा है।
फैक्ट फाइल –
– 24 मार्च से 21 मई तक प्रस्तावित थी नहरबंदी
– 30 मई या 2 जून तक नहरों में आएगा पानी
– 01 शहर व 177 गांव नहरी जल पर निर्भर

संकट नहीं आने देंगे
नहरबंदी की अवधि बढ़ जाने के मद्देनजर हमारी तरफ से शहरी व ग्रामीण आबादी को समयबद्ध रूप से पानी पिलाने की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। हमारा लक्ष्य है कि 72 घंटे के अंतराल में लोगों तक पानी पहुंचाया जाए। पूर्व में टैंकर सप्लाई से संबंधित गांवों के अलावा नहरों से सटे गांवों में भी टैंकरों से पानी पहुंचाने की नौबत को देखते हुए तैयारी की गई है। जिलावासियों पर जल संकट नहीं आने देंगे।
– दिनेश कुमार नागौरी, अधीक्षण अभियंता, जलदाय विभाग, जैसलमेर

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