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जैसलमेर

जल ओर वायु प्रदूषण रोकने की जिम्मेदारी अकेले सरकारों की नहीं

-जलवायु परिवर्तन के संकट और समाधान को लेकर युवा चौपाल आयोजित

जैसलमेरSep 24, 2021 / 07:14 pm

Deepak Vyas

जल ओर वायु प्रदूषण रोकने की जिम्मेदारी अकेले सरकारों की नहीं

जल ओर वायु प्रदूषण रोकने की जिम्मेदारी अकेले सरकारों की नहीं

जैसलमेर. जैसलमेर शहर की समस्याएं जो जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ रही है, उन समस्याओं व उनके संभावित समाधान के लिए शहर के युवा वर्ग के साथ एक संगोष्ठी का आयोजन जैसलमेर के एक रेस्टोरेन्ट में आयोजित की गई। संगोष्ठी का आयोजन सिकोईडिकोन, फाउंडेशन पैरवी, मौसम व मैत्री फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। संगोष्ठी के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए पैरवी संस्था के निदेशक अजय झा ने बताया कि शहरों के विकास में युवाओं की भूमिका व स्थानीय नगरीय निकायों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए यह एक सहभागी प्रयास है जिसमें स्थानीय विकास की समस्याओं को जलवायु परिवर्तन के नजरिये से समझने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जलवायु में परिवर्तन प्राकृतिक नहीं होकर मानवीय है। यह चिंता का विषय है। वैज्ञानिकों की गणना से अधिक तीव्रता से समस्याएं खड़ी हो रही है। धरती पर पानी कम हो रहा है, गर्मी बढ़ रही है। इससे पहले संगोष्ठी में मैत्री फाउण्डेशन के भागीरथ चौधरी ने नगर परिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला का स्वागत किया।
विकास में भागीदार बने युवा
वरिष्ठ पत्रकार पेन फाउंडेशन की डॉ. शिप्रा माथुर ने शहर के विकास में युवओं से जुडऩे का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन का सर्वाधिक नुकसान गरीबी की रेखा से नीचे रहने वाले, कच्ची बस्तियों में निवास कर रही आबादी को उठाना पड़ता है। इसलिये शहरों में निवास कर रही आबादी सुविधाओं को समावेशी कैसे बनाएं उस पर विचार होना चाहिए। इससे पहले संगोष्ठी की रुपरेखा पर प्रकाश डालते हुए सिकोईडिकोन संस्था के निदेशक आलोक व्यास ने कहा कि युवा चौपाल की परिकल्पना यह होनी चाहिए कि स्थानीय शहरवासी समस्याओं के साथ समाधान पर काम करें। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ऐसा नागरिक मंच बने जिसका उद्धेश्य केवल पेड़.पौधे लगाने तक ही सीमित नहीं रहे बल्कि शहर के सुनियोजित विकास में प्रशासन व नगरपरिषद के साथ बराबर के सहभागी बने।
भविष्य के लिए सतर्क रहने की जरूरत
मैत्री फाउंडेशन अध्यक्ष भागीरथ चौधरी ने कहा कि इस प्रकार की युवा चौपालों के माध्यम से आमजन व शहरों में बढ़ रही समस्याओं के निवारण के संबंध में कई प्रकार की अध्ययन रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र संघ व सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से सरकारों के तक पहुंचती है। जिस पर योजनाओं का रोडमेप तैयार होता है। सामाजिक कार्यकर्ता शरद व्यास के संचालन में संपन्न हुए कार्यक्रम में शहर भर के युवा, प्रबुद्ध नागरिकों मालसिंह जामड़ा, किरण भाटी, जयंत व्यास, लालूसिंह सोढ़ा, शरद व्यास, घेवरसिंह, मानसिंह देवड़ा, टीकूराम गर्ग, अरुण पुरोहित, आदित्यनारायण व्यास, योगेश नागौरी, महेश श्रीमाली, टीकमचंद जीनगर, नरेन्द्र छंगाणी ने जिज्ञासा समाधान सत्र में अपने विचार व्यक्त किए। जलवायु परिवर्तन और आप विषयक संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए नगरपरिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला ने कहा कि जैसलमेर अब तक जल और वायु प्रदूषण के खतरे से दूर है, लेकिन भविष्य के लिए हमें सतर्क और जागरुक रहना होगा। उन्होंने बताया कि शहर के अधिकांश पार्क और उद्यान विकसित हो चुके है। आम जनता के लिए अतिशीघ्र खोल दिए जाएंगे। शहर की जनसमस्याओं के समाधान के लिए आगामी 2 अक्टूबर से प्रशासन शहरों के संग अभियान शुरु होने जा रहा है। उसमें आम जनता अपनी भागीदायी निभाए। शहर की सीवरेज योजना और जल शुद्धता संयंत्र पर किए जा रहे कार्यों से अवगत कराते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान शहर को जल और वायु प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए आम जनता का सहयोगी जरूरी है।

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