‘जैसलमेर को हर क्षेत्र में महसूस होती है कल्ला की कमी
-श्रद्धांजलि सभा का आयोजन-सर्वसमाज के लोगों ने कल्ला को याद किया
‘जैसलमेर को हर क्षेत्र में महसूस होती है कल्ला की कमी
जैसलमेर. गांधीवादी चिंतक और पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला के निधन से राजनीतिक ही नहीं जैसलमेर के प्रत्येक क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुई है। जिसकी भरपाई होना संभव नहीं है। कल्ला ने राजनीतिक, शैक्षिक, सामाजिक हर क्षेत्र में पूरे जीवन सक्रियतापूर्वक कार्य किया और एक जनप्रतिनिधि कैसा होता है, इसकी बेहतरीन मिसाल बने। यह विचार गुरुवार को स्थानीय गीता आश्रम में पूर्व विधायक कल्ला की दूसरी पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में विभिन्न वक्ताओं ने व्यक्त किए। इससे पहले उन्हें श्रद्धासुमन करने वालों में केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मदए जिला प्रमुख प्रतापसिंह सोलंकी, जिला कलक्टर आशीष मोदी, नगरपरिषद के सभापति हरिवल्लभ कल्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश शारदा, भाजपा के वरिष्ठ नेता सांगसिंह भाटी, छोटूसिंह भाटी, विक्रमसिंह नाचना, जिलापरिषद सदस्य अंजना मेघवाल, गांधीवादी चिंतक किशनगिरि गोस्वामी, कांग्रेस के निवर्तमान जिलाध्यक्ष गोविंद भार्गव, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के त्रिलोकचंद खत्री और अमृतलाल दैयाए महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला समन्वयक उम्मेदसिंह तंवर, समाजवादी चिंतक श्यामसुंदर डावाणी आदि ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
पथ प्रदर्शक थे कल्ला
केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद ने कल्ला को अपना पथ प्रदर्शक और राजनीतिक गुरु बताया। उन्होंने कहा कि कल्ला ने सदैव जनकल्याण को आगे रखा। अंतिम समय में भी जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनसे मिलने पहुंचे तो उन्होंने जिले की ज्वलंत समस्याओं के समाधान की मांगें उनके सामने रखी। जिला कलक्टर आशीष मोदी ने कहा कि उन्हे कल्ला जैसे व्यक्तित्व के साथ काम करने का मौका नहीं मिला। मोदी ने उपस्थित लोगों से कहा कि हम जिले को स्वच्छता अभियान में आगे बढ़ाकर गोवद्र्धन कल्ला जैसे व्यक्तित्व को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं। कलक्टर ने कोरोना गाइडलाइन की पालना करने की भी अपील की। सांगसिंह भाटी और छोटूसिंह भाटी ने बताया कि विधायकी काल में वे गोवद्र्धन कल्ला से हमेशा मार्गदर्शन लेते थे। उनके दिल में जैसलमेर के सभी वर्गों के कल्याण की भावना थी। अंजना मेघवाल ने कल्ला की समय की पाबंदी और सत्यप्रियता को याद किया। विक्रमसिंह नाचना ने पर्यटन के क्षेत्र में कल्ला के योगदान को याद किया। गांधीवादी किशनगिरि ने कहा कि उनके जाने से जैसलमेर के सार्वजनिक क्षेत्र में सूनापन आ गया है। सर्वोदय मंडल के राजूराम प्रजापत और गीता आश्रम के अध्यक्ष राजेंद्र व्यास ने अपने संस्मरण सुनाए। हरिवल्लभ कल्ला ने आगंतुकों के प्रति आभार प्रदर्शित किया। प्रारंभ में छात्रा एकता बाघेला ने वैष्णव जन तो तेने कहिएए भजन सुनाया।
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