स्ट्रेचर नहीं, हाथ ठेले पर लादकर वाहन में रखवाया शव
स्ट्रेचर नहीं, हाथ ठेले पर लादकर वाहन में रखवाया शव
जैसलमेर. कोरोना काल में एक तरफ सरकार व जनप्रतिनिधियों की ओर से जिला चिकित्सालय में संसाधनों की उपलब्धता के लिए लाखों-करोड़ों रुपए मंजूर किए गए हैं और दूसरी तरफ जवाहिर चिकित्सालय में शनिवार को उपचार के दौरान रोगी के दम तोडऩे पर उसके शव को हाथ ठेले पर रखकर अस्पताल से बाहर लाकर वाहन में रखवाया गया। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जब स्ट्रेचर की व्यवस्था नहीं होने के कारण शव को सर्जिकल वार्ड से हाथ ठेले में लाद कर बाहर खड़े वाहन में रखा गया। जहां से उसे गंतव्य के लिए ले जाया गया। गौरतलब है कि अस्पताल में कुछेक मरीजों को स्ट्रेचर पर रखकर उनका उपचार किया जा रहा है और अस्पताल में पहले ही स्ट्रेचर ही नहीं इसीजी व रक्तचाप मापने की मशीनों तक का अभाव सामने आता रहा है। गत दिनों क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने नई इसीजी मशीनों के लिए अस्पताल प्रशासन को एक लाख रुपए देने की घोषणा की गई थी। इस संबंध में जब अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. जेआर पंवार का पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। उधर, जिला कोविड प्रभारी अनुराग भार्गव का कहना है कि जिला अस्पताल में शव को हाथ ठेले पर लाद कर लाए जाने के संबंध में अस्पताल प्रशासन को जिम्मेदारी तय करनी चाहिए। यह नौबत क्यों आई, इसका पता लगाया जाएगा।
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