– जैसलमेर जिले में तमाम संभावनाओं के बावजूद सीमेंट उद्योग की स्थापना के संबंध में मुख्यमंत्री ने कोई जिक्र नहीं किया। जिससे क्षेत्र में हजारों लोगों को रोजगार मिल सकता है।
– सीमा क्षेत्र में वर्षों से बंद पड़ी गुप्तचर विभाग की चौकियों को पुन: शुरू करने की जरूरत प्रत्येक स्तर पर महसूस किए जाने के बावजूद इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की गई। यह आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से अहम कदम होता।
– जैसलमेर को पर्यटन के लिहाज से सोनार दुर्ग के संरक्षण सहित अन्य ऐतिहासिक इमारतों के जीर्णोद्धार की भी उम्मीद थी, वह भी पूरी नहीं हुई।
– चिकित्सा के क्षेत्र में पिछड़े जैसलमेर को सौगात देने की ओर राज्य सरकार का ध्यान नहीं गया।