तनाश्रम में स्नेह-मिलन कार्यक्रम आयोजित
तनाश्रम में आयोजित स्नेह-मिलन कार्यक्रम में क्षत्रिय युवक संघ के संघ प्रमुख भगवानसिंह रोलसाहबसर ने कहा कि तनसिंह ने आने वाली परिस्थितियों को जानकर कर इसी संगठन का निर्माण किया।
तनाश्रम में स्नेह-मिलन कार्यक्रम आयोजित
जैसलमेर. केवल इतिहास पर ही भविष्य का निर्माण नहीं किया जा सकता। भविष्य निर्माण के लिए जरूरत है कर्मरत रहने की। इसके लिए अपने व्यक्तित्व को बढ़ाने की भी दरकार है, जिसके लिए बल की आवश्यकता होगी। शारीरिक बल के साथ मानसिक व आर्थिक बल भी जरूरी है, तभी कार्य किया जा सकता है। भीतरी ज्योति जलनी चाहिए जो समाज में फैले अंधकार को दूर करने में सहायक बन सके। ये उद्गाार तनाश्रम में आयोजित स्नेह-मिलन कार्यक्रम में क्षत्रिय युवक संघ के संघ प्रमुख भगवानसिंह रोलसाहबसर ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि तनसिंह ने आने वाली परिस्थितियों को जानकर कर इसी संगठन का निर्माण किया। राजपूत खुद के लिए नहीं जिया, दूसरों के लिए जीवन बिताया। हम मर्यादित होंगे तो हमारा परिवार हमारे छोटे भाई भी मर्यादित होंगे, तभी हम पारिवारिक भाव बढ़ा पाएंगे। इस मौके पर महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि का कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम प्रांत प्रमुख नरेंद्रसिंह तेजमालता की ओर से गणेश वंदना के साथ प्रारम्भ हुआ।तारेंद्र सिंह झिनझिनयाली ने कार्यक्रम की भूमिका के बारे में बताया। इस दौरान क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन के कार्य विस्तार के संबंध में चर्चा की गई। कार्यक्रम में नगरपरिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला को संघ प्रमुख ने सम्मान रूप में गीता भेंट की। कार्यक्रम में डॉ. जितेंद्र सिंह, पूर्व विधायक छोटूसिंह भाटी, मुरलीधर खत्री, खेमेंद्रसिंह, गिरीश व्यास, गिरिराज गज्जा आदि मौजूद थे।
Home / Jaisalmer / तनाश्रम में स्नेह-मिलन कार्यक्रम आयोजित