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जैसलमेर

पानी के इंंतजार में निकल रहे आंसू, सरहदी जिले में बसने की चुका रहे कीमत

-पारा चढऩे के साथ खपत बढ़ी तो परेशानियां भी
 

जैसलमेरMay 25, 2020 / 08:31 pm

Deepak Vyas

पानी के इंंतजार में निकल रहे आंसू, सरहदी जिले में बसने की चुका रहे कीमत

पानी के इंंतजार में निकल रहे आंसू, सरहदी जिले में बसने की चुका रहे कीमत

जैसलमेर. जिले के कोडा गांव में सरकारी नलकूप खराब होने से यहां पेयजल किल्लत बनी हुई है। गांव में पानी का एकमात्र साधन तलाब हैं। गांव में बनी पानी कि टंकी महीनों से सूखी हालत में हैं। ग्रामीण रेवंतदान बताते हैं कि इस संबंध में जिम्मेदारों को अवगत कराने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। उधर, फलसूंड क्षेत्र में दर्जनों गांवों में बनी पानी की टंकी व पशु खेली मे जलापूर्ति नहीं होने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि जीएलआर में गत कई महीनों से जलापूर्ति बंद है। ऐसे में पशु कुण्ड व जीएलआर सूखी हालत में है। ग्रामीण बताते हैं कि टंकी में पानी की आपूर्ति नहीं होने से ग्रामीणों को पेयजल व पशुओं के लिए पानी महंगे दामों मे खरीदना पड़ रहा है। भीषण गर्मी में पशुओं को भी पानी के लिए इधर.उधर भटकना पड़ता है। दिन भर पशुखेली व जीएलआर के आस-पास पानी के इंतजार में गाय, बकरियां, भेड़ेे आदि पशु मंडराते रहते है। पशुपालकों की भी चिंता बढ़ती जा रही है। जीएलआर में पानी आपूर्ति नहीं होने से ग्रामीणों को महंगे दाम में पानी खरीदना पड़ रहा है। क्षेत्र के रावतपुरा, जीवराजगढ़, फुलपुरी की ढाणी, उत्तमसिंह की ढाणी, भुरपुरा, जेठनगर आदि गांवों ब ढाणी में जीएलआर सूखे पड़े हैं। उधर, लाठी गांव के दर्जी मोहल्ले में स्थित पानी की टंकी में गत एक माह से पेयजल आपूर्ति ठप होने से टंकी से जुड़े विभिन्न मोहल्ले वासियों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। यहां दर्जी मोहल्ले में एकमात्र पानी की टंकी से दर्जी मोहल्ला, मेघवंशी मोहल्ला, सुथारों का मोहल्ला, नाइयों का मोहल्ला आदि में जलापूर्ति होती है। टंकी में गत एक माह से जलापूर्ति ठप हैं, जिससे टंकी से जुड़े सभी मोहल्ले वासियों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
यहां कर्मचारियों का बना हुआ है टोटा
रामदेवरा गांव में इन दिनों भीषण गर्मी के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। तापमान 45 डिग्री के करीब पहुंच रहा है। जलदाय विभाग की ओर से रामदेवरा गांव सहित आसपास के दर्जनों ढाणियों में हर दिन औसतन 12 से 15 लाख लीटर पानी की आपूर्ति करने के दावे किए जा रहे हैं। गांव में रहने वाले किसी भी ग्रामीण को भीषण गर्मी में पीने के पानी की कोई समस्या नहीं हो। इसके लिए रामदेवरा में बने सभी एस आर भरकर प्रतिदिन नियमित रूप से जलापूर्ति सुबह एवं शाम के समय की जा रही है।
गौरतलब है कि धार्मिक स्थल होने के कारण यहां पर श्रद्धालुओं की रेलम पेल बनी रहती है ऐसे में कुल मिलाकर यहां की आबादी 10 हजार के करीब है। उसके हिसाब से जलदाय विभाग की तरफ से सभी को सुचारू पेयजल आपूर्ति करवाने के लिए माकूल प्रबंध किए गए हैं। कई ढाणियों में नियमित आपूर्ति के लिए टैंकरों से जलापूर्ति भी करवाई जा रही है। पशुओं के लिए पीने के पानी के लिए पशु खेली में भी पानी डलवाया जा रहा है। वर्तमान में रामदेवरा में छ नलकूप है, जिनमें से 4 बेहतर हालत में हैं। रामदेवरा स्थित जलदाय विभाग कार्यालय में पम्प चालक, हेल्पर, लाइनमेन और बेलदार जैसे पद पर कुल 25 से 30 कर्मचारी कार्यरत होने चाहिए। लंबे समय से कर्मचारियों की कमी के कारण समस्याएं गहराती जा रही है। वर्तमान समय में केवल तीन कर्मचारियों के भरोसे जलदाय विभाग का कार्यालय चल रहा है। उनके जिम्मे पाइप लाइन को दुरुस्त करना, चोकिंग निकालना, पम्प चलाना, लीकेज दुरुस्त करना सहित विभिन्न प्रकार के कार्य करने पड़ते हैं। ऐसे में कई प्रकार की समस्याएं आ जाती है, लेकिन उच्च अधिकारियों की ओर से यहा नए कर्मचारी लगाने को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही।
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