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जैसलमेर

शहर में सड़क तक दहशत, मास्क में छिपने लगे चेहरे

-सैलानियों से आमजन तक कोरोना का दिख रहा भय-स्वर्णनगरी में बड़ी संख्या में लोगों ने मुंह ढंकना शुरू किया-कोरोना के संदिग्ध मरीज को अस्पताल में भर्ती किया

जैसलमेरMar 05, 2020 / 08:48 pm

Deepak Vyas

शहर में सड़क तक दहशत, मास्क में छिपने लगे चेहरे

शहर में सड़क तक दहशत, मास्क में छिपने लगे चेहरे

जैसलमेर. कोरोना से जैसलमेर का नाम जुडऩे के बाद यहां घूमने आ रहे सैलानियों से लेकर आमजन तक में इस वायरस को लेकर दहशत गुरुवार को साफ तौर पर नजर आई। सड़कों पर आवाजाही करने वाले पर्यटकों से लेकर स्थानीय बाङ्क्षशदों के साथ यातायात पुलिसकर्मी और चाय बेचने वाले तक के चेहरों पर मास्क चढ़े दिखे। इस बीच जिस होटल में कोरोना से ग्रस्त इटालियन ठहरे थे, उसके एक कार्मिक को बुधवार देर रात्रि जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। उसका सैम्पल जांच के लिए भिजवाया गया है, जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार तक आने की बात कही जा रही है। उधर, जवाहर चिकित्सालय में दो दिन से भर्ती एक बाहरी व्यक्ति की मौत से एकबारगी हड़कंप मच गया। उसके शव को फिलहाल मोर्चरी में रखवाया गया है। जवाहर चिकित्सालय के चिकित्सकों से लेकर अन्य स्टाफ ने मास्क लगाकर ड्यूटी की। अनेक मरीजों व उनके रिश्तेदारों ने भी मुंह ढंकना मुनासिब समझा। इन सबके बीच जिला कलक्टर नमित मेहता गुरुवार दोपहर प्रशासनिक लवाजमे के साथ जवाहर चिकित्सालय पहुंचे और विभिन्न कक्षों का जायजा लेने के बाद चिकित्सा अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। मेहता ने सभी जरूरी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए।
फूले हाथ-पांव
जिला अस्पताल में कोरोना वायरस से ग्रस्त व्यक्ति के उपचार के लिए आइसोलेशन वार्ड स्थापित करने के दावों के बीच जब सम मार्ग स्थित होटल का कार्मिक संदिग्ध रोगी के तौर पर बुधवार रात्रि वहां भर्ती के लिए लाया गया तो चिकित्सालय प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह रोगी एक कोने में खड़ा इंतजार करता रहा और चिकित्सा अधिकारियों ने काफी देर तक इंतजार करवाने के बाद उसे कॉटेज में आइसोलेशन वार्ड बनाकर वहां रखवाया। गुरुवार दिन में अस्पताल के उस हिस्से में जहां संदिग्ध रोगी भर्ती है, वहां किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नजर नहीं आई। जिससे कोई भी वहां आवाजाही कर सकता है। चिकित्सालय प्रशासन ने अपने कार्मिकों को मास्क भी इतने दिन बाद उपलब्ध करवाए हैं।
बाहरी व्यक्ति की मौत से सनसनी
कोरोना की दहशत के बीच गुरुवार सुबह जवाहर चिकित्सालय में भर्ती मरीज की मौत हो जाने से सनसनी फैल गई। जानकारी के अनुसार जैसलमेर के एक होटल में काम करने वाले रोहित पुत्र चमनसिंह निवासी पोढ़ी गढ़वाल, उत्तराखंड की इलाज के दौरान मौत हो गई। उसे निमोनिया बताया जा रहा है। सूचना मिलने पर पुलिस दल अस्पताल पहुंचा और जरूरी कार्रवाई की। मृतक के साथ काम करने वाले ने बताया कि वह दो दिन से भर्ती था तथा चिकित्सक ने जो जांचें करवाई वह सामान्य आई थी। उसने बताया कि गुरुवार सुबह ही रोहित से उसकी फोन पर बात हुई थी, जिसमें उसने उसे अस्पताल बुलाया था। पुलिस ने रोहित के परिवारजनों को सूचना देने के बाद शव को मोर्चरी में रखवा दिया है। पीएमओ डॉ. बीएल बुनकर ने बताया कि मृतक के परिवारजनों के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। डॉ. बुनकर के अनुसार अस्पताल में जो संदिग्ध रोगी भर्ती है, वह सामान्य है। उसके भेजे सेम्पल की जांच रिपोर्ट का इंतजार है।
पर्यटन पर छाया संकट गहरा हुआ
जैसलमेर का नाम कोरोना वायरस से जुडऩे के बाद यहां के पर्यटन व्यवसाय पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। इटली, जापान और कुछ अन्य देशों के नागरिकों को भारत का वीजा नहीं दिए जाने के केंद्रीय सरकार के फैसले से पहले ही आशंकित स्थानीय पर्यटन व्यवसायियों को देशी सैलानियों की ओर से बुकिंग निरस्त किए जाने के संदेशों ने बेचैन कर दिया है। जानकारी के अनुसार होली पर्व पर लम्बे वीकेंड में बड़ी संख्या में देशी पर्यटकों के आवक की संभावना है, लेकिन कोरोना से जुड़ी खबरों के बीच कइयों ने अग्रिम बुकिंग निरस्त करवानी शुरू कर दी है। रिसोर्ट व्यवसायी कैलाश व्यास और होटल संचालक मयंक भाटिया ने बताया कि गत दिनों की घटनाओं से विपरीत असर पर्यटन व्यवसाय पर पड़ रहा है।

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