सरहद पर तप रहा सूरज, टूट जाएंगे तीन दशक के रिकॉर्ड
– मई माह में 46 डिग्री पर पहुंच चुका पारा- 30 वर्ष पहले पड़ी थी भीषण गर्मी
सरहद पर तप रहा सूरज, टूट जाएंगे तीन दशक के रिकॉर्ड
जैसलमेर. सीमावर्ती जैसलमेर जिले में कोरोना की दहशत भीषण गर्मी के आगे मानो दम तोड़ रही है। दिन उगने के साथ शुरू होने वाला सूरज का सितम देर शाम तक कायम रहता है और आमतौर पर ठंडी रातों के लिए प्रसिद्ध जैसलमेर में इन दिनों रातें भी गर्म हो चली हैं। पिछले दिनों अधिकतम तापमान 46 डिग्री के आंकड़े तक पहुंच गया और मंगलवार इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। जब तापमापी का पारा उछलकर 46.4 तक पहुंच गया। ऐसे में आगामी जून महीने में पारे की बढ़ती चाल करीब तीन दशक पुराने सर्वाधिक गर्मी के रिकॉर्ड को तोडऩे को बेताब नजर आ रहा है। मरुस्थलीय भूभाग में वैसे तो हर साल प्रचंड गर्मी पड़ती है, लेकिन इस बार आसमान से मानो अंगारे ही बरसने लगे हैं। जिले के सीमांत क्षेत्र में तापमान कई बार 50 डिग्री के आंकड़े को छू जाता है। हालांकि मौसम विभाग के रिकॉर्ड में इसे दर्ज नहीं किया जाता। विभाग के रिकॉर्ड में आज भी 3 जून, 1991 का दिन सबसे गर्म दिन के तौर पर दर्ज है, तब तापमान 49.2 डिग्री तक पहुंच गया था।
1991 में पड़ी थी सर्वाधिक गर्मी
जैसलमेर में 3 जून 1991 को सूर्यदेव ने सबसे ज्यादा कोप दिखाया था। तब तापमान 49.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। उस दिन जिले में गर्मी के प्रकोप से कई लोगों की जान तक चली गई थी। 1991 के बाद 7 जून 2011 में सर्वाधिक तापमान 48.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो अब तक का दूसरा सर्वाधिक तापमान रहा। ऐसे ही 19 जून 1992 में तीसरा सर्वाधिक तापमान 48.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
जनजीवन अस्त-व्यस्त
इन दिनों जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़ों ने जन-जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। कोरोना संकट के चलते लम्बे समय तक बंद रहे बाजारों में अब गर्मी का संकट मंदी का बड़ा कारण बनकर उभर रहा है। सुबह से शाम तक पडऩे वाली भीषण गर्मी के बीच सायं 6 बजे बाजार बंद करने के सरकारी निर्देशों के कारण दुकानदार व व्यवसायी बेचैन हैं। उनका कहना है कि देर शाम को मौसम कहीं थोड़ा शीतल हो पाता है। तब तक बाजार बंद करने का समय हो जाने की वजह से उनका व्यवसाय गति नहीं पकड़ पा रहा है। इसके अलावा बिजली आपूर्ति ठप हो जाने पर तो लोग पसीने में नहा जाते हैं। दो दिन पहले रात के समय फॉल्ट की वजह से आधे से ज्यादा शहर अंधेरे में डूब गया था। लू के थपेड़ों से बचने के लिए दोपहर के समय तो लोग घरों में रहने को तरजीह देते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में तो स्थितियां और विकट हैं।
एसी, कूलर की बिक्री में आई तेजी
लॉकडाउन के कारण बाजार में वीरानी अब इलेक्ट्रोनिक्स के शोरूम सहित अन्य व्यवसायों के संचालन को छूट मिल चुकी है। गर्मी का सितम बढऩे के कारण इन दिनों एयरकंडीशनर और कूलर की मांग बढ़ गई हैं क्योंकि पंखें तो गर्म हवा ही फेंकते हैं। नए-नए डिजाइन के कूलर व एयरकंडीशनर से बाजार अट गया है। बिजली के बिल की परवाह किए बिना लोग एयरकंडीशनर के प्रति आकर्षित हैं। शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों तक में अब एसी की ठंडी हवा जिलावासियों को चमड़ी जलाने वाली गर्मी से बचा रही है।
सीजन का सबसे गर्म दिन आज
तारीख अधिकतम तापमान न्यूनतम
20 मई 44.0 26.4
21 मई 44.0 26.4
22 मई 44.6 28.3
23 मई 44.7 29.2
24 मई 44.7 28.1
25 मई 46.0 28.8
26 मई 46.4 27.3
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