इस शख्स को कभी ना नहीं कहने के लिए जाना जाता है। ये वही बड़े दिलवाले शख्स हैं जिन्होंने ओलंपिक पदक विजेता खिलाडिय़ों दीपा, पीवी सिंधु, साक्षी मलिक और सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद को बीएमडब्ल्यू गिफ्ट की थी।
चामुंडेश्वरनाथ खेल में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले खिलाडिय़ों को 15 साल में 17 कार गिफ्ट कर चुके हैं। चामुंडेश्वरनाथ का जन्म 25 जून 1959, आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी में हुआ वे हैदराबाद बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष व तेलंगाना बैडमिंटन असोसिएशन के उपाध्यक्ष हैं।
आंध्र प्रदेश के पूर्व बल्लेबाज चामुंडेश्वरनाथ आंध्र के पूर्व बल्लेबाज हैं। उन्होंने 44 फस्र्ट क्लास मैच खेले हैं। उन्हें 2009 वल्र्ड टी-20 के लिए टीम इंडिया का मैनेजर बनाया गया था। दोस्त प्यार से उन्हें चामुंडी बुलाते हैं।
विवादों से भी रहा नाता व र्ष 2009 में उन्हें पैसों की हेरा-फेरी के लिए आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन के सेक्रेटेरी पद से हटाया गया था। आंध्र की महिला क्रिकेट खिलाडिय़ों ने भी उनके खिलाफ यौन उत्पीडऩ का इलजाम लगाया था। इसके बाद क्रिकेट छोड़ वे बैडमिंटन की तरफ चले गए। उन्होंने सुनील गावस्कर के साथ इंडियन बैडमिंटन लीग की टीम मुंबई मास्टर्स खरीदी। आजकल, वो हैदराबाद बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष और तेलंगना बैडमिंटन एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैं।
बचपन में साइना की मदद बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल जब 12 साल की थीं तो उनके पास विदेशी टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए पैसे नहीं थे। तब उन्हें 25 हजार रुपए की मदद की थी। उन्होंने मिताली राज को टीम इंडिया का कप्तान बनने से पहले ही शेवरले कार गिफ्ट कर दी थी।
कॉरपोरेट घरानों से अच्छे रिश्ते चामुंडी के देश के टॉप कॉरपोरेट घरानों से अच्छे रिश्ते हैं। खिलाडिय़ों को कार गिफ्ट करने के लिए वे एनआरआई, फिल्म निर्माता और उद्योगपतियों से संपर्क करते हैं। इससे उन्हें कारों में अच्छा डिस्काउंट भी मिल जाता है।
अपनी जेब से भी करता हूं खर्च चामुंडेश्वरनाथ का कहना है कि आज भी लोग सिर्फ क्रिकेट को ही प्रमोट करते हैं। मैंने और सचिन ने हाल ही में पैरा-ओलंपिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए एक करोड़ रुपए दिए थे। मैं खुद अपनी जेब से पैसा खर्च करता हूं क्योंकि अगर मैं ऐसा न करूं तो दोस्तों से कैसे उम्मीद कर सकता हूं। हम खिलाडिय़ों को उत्साहित करने के लिए सचिन तेंदुलकर से चाबी भेंट करवाते हैं।