सरहदी क्षेत्रों में जाकर सैनिकों का मनोबल बढाएंगे उपराष्ट्रपति
-उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु के पांच दिवसीय राजस्थान दौरे का आगाज आज जैसलमेर से
सरहदी क्षेत्रों में जाकर सैनिकों का मनोबल बढाएंगे उपराष्ट्रपति
जैसलमेर. उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु का पांच दिवसीय राजस्थान दौरान रविवार से शुरू होगा, जिसमें वे पहले चरण में जैसलमेर आएंगे। गौरतलब है कि भारतीय सेना इस वर्ष को 1971 के भारत-पाक युद्ध के स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मना रही है। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल के जवानों और अधिकारियों का मनोबल बढ़ाने राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा करेंगे और जैसलमेर में सैनिक सम्मेलन को संबोधित करेंगे। जैसलमेर की दो दिवसीय यात्रा के दौरान उपराष्ट्रपति सबसे पहले 26 सितंबर को तनोट माता के प्रसिद्ध मंदिर में दर्शन करने जायेंगे और वहां स्थित विजय स्तम्भ पर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। तनोट माता मंदिर जैसलमेर से 120 किलोमीटर दूर पाक सीमा के समीप स्थित है। 1971 भारत.पाकिस्तान युद्ध के बाद इस मंदिर को विशेष पहचान मिली है, जब पाकिस्तान द्वारा मंदिर पर अनेक गोले दागे जाने के बाद भी मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ। इस मंदिर की व्यवस्था और पूजा.अर्चना सीमा सुरक्षा बल के जवान ही करते हैं। यहां से वे ऐतिहासिक लोंगेवाला युद्ध स्थल पर जाएंगे। सेना के वरिष्ठ अधिकारी उपराष्ट्रपति को लोंगोवाला के इस प्रसिद्ध युद्ध के बारे में जानकारी से अवगत कराएंगे। यहां से वे सम के मखमखी धोरों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल होकर स्थानीय कलाकारों का उत्साहवर्धन करेंगे। उपराष्ट्रपति नायडु सोमवार को जैसलमेर में वार म्युजियम जाएंगे और भारतीय सेना के जवानों और अधिकारियों से संवाद करेंगे। इसके बाद वे सीमा सुरक्षा बल के जवानों के सैनिक सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसी दिन वे जोधपुर पहुंचेंगे और पर्यटन दिवस के अवसर पर जोधपुर के प्रसिद्ध मेहरानगढ़ किले को निहारेंगे। यहा वे स्थानीय लोक कलाकारों से भी मिलेंगे।