Video: कोरोना से नहीं अछूता जैसलमेर का कोई कोना, सोनार दुर्ग में भी संक्रमण
-आम ही नहीं खास भी बेपरवाह-स्वर्णनगरी में गहरा रहा खतरा
Video: कोरोना से नहीं अछूता जैसलमेर का कोई कोना, सोनार दुर्ग में भी संक्रमण
जैसलमेर. दुनिया भर में दहशत का पर्याय बना कोरोना संक्रमण ने अब सीमांत जैसलमेर जिला मुख्यालय को भी तेजी से अपनी जद में ले लिया है। शहर के स्थानीय बाशिंदों में कोरोना संक्रमण की शुरुआत गत 15 जुलाई को हुई थी और वर्तमान में यह जिला मुख्यालय के कोने-कोने में फैल चुका है। सोमवार को एक बार फिर जिले में जो 11 पॉजिटिव केसेज आए हैं, उनमें से आधा दर्जन जैसलमेर शहर के हैं। अब तक इस मर्ज से मुक्त चल रहा ऐतिहासिक सोनार दुर्ग भी महफूज नहीं रहा। वहां पहला केस सामने आने के बाद सोमवार को प्रशासन की ओर से व्यासा पाड़ा में बल्लियां लगाकर रास्ता रोका गया।
हर उम्र के लोग जकड़ में
जैसलमेर मुख्यालय पर पॉजिटिव आए लोगों में प्रत्येक आयुवर्ग के लोग शामिल हैं। इस फेहरिस्त में महिलाओं से लेकर छोटे बच्चे तक जुड़ चुके हैं। कई दुकानदारों के संक्रमित होने से शहर में रोग के फैलने की आशंका गहरा गई है। ऐसे ही संदिग्ध हालात में दो जनों की मौत भी अब तक हो चुकी है। संक्रमण के मामले आवासीय कॉलोनियों में सबसे ज्यादा गांधी कॉलोनी में पाए गए हैं तो अन्य लगभग सभी कॉलोनियों में इसकी आमद हो चुकी है। शहर के भीतरी भाग गांधी चैक, चैनपुरा, मैनपुरा, छड़ीदार पाड़ा, भाटिया पाड़ा, मोकाती पाड़ा, बावड़ी, सिलावटा पाड़ा, पतानी पाड़ा, छंगाणी पाड़ा, गोयदानी पाड़ा, भैया पाड़ा, शारदा पाड़ा, खत्री पाड़ा आदि तक कोरोना का साया पहुंच गया है।
फिर भी हैं बेफिक्र
जिला मुख्यालय पर तेजी से संक्रमण फैलने के बावजूद आमजन से लेकर खास वर्ग तक में लापरवाही देखी जा रही है। गत दिनों केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी के स्वास्थ्य गड़बड़ होने के बावजूद जिले के व्यापक भ्रमण से उनकी लापरवाही सामने आई। इसी प्रकार जैसलमेर बाड़ेबंदी में रह रहे कांग्रेस के नेता भी जब बाहर निकलते हैं, तो उनके चेहरों पर अव्वल तो मास्क नहीं होता और होता भी है तो पूरी तरह मुंह व नाक नहीं ढका होता। और तो और खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को बॉर्डर होमगार्ड परिसर में पौधरोपण के समय पूर्णतया मास्क नहीं लगाए हुए थे। उनके साथ खड़े मंत्री और विधायकों में से भी कुछेक ने ही चेहरा ढका हुआ था। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां पहले कैलाश चौधरी ने उड़ाई और बाद में गत रविवार को कांग्रेस के नेताओं ने। बड़ी संख्या में आमजन भी पुलिस के भय से मास्क या रूमाल को महज गले में लटका भर लेते हैं। इन सब वजहों से संक्रमण के और फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। अलग-अलग वर्ग के लोगों के संक्रमित होने के कारण उनके सम्पर्कितों के बड़ी संख्या में पॉजिटिव होने की आशंका बनी हुई है। यही कारण है कि पिछले महीने एक समय में जिले में केवल तीन एक्टिव केस बचे थे और आज उनकी संख्या बढ़कर करीब 70 हो चुकी है।
Home / Jaisalmer / Video: कोरोना से नहीं अछूता जैसलमेर का कोई कोना, सोनार दुर्ग में भी संक्रमण