नहीं है विज्ञान संकाय
स्थानीय राजकीय महाविद्यालय में गत डेढ़ दशक से विज्ञान संकाय की मांग की जा रही है। पोकरण व भणियाणा उपखंड क्षेत्र की बात की जाए, तो यहां उच्च माध्यमिक स्तर के 54 राजकीय व एक दर्जन निजी विद्यालय स्थित है। इनमें से राजकीय व निजी मिलाकर एक दर्जन विद्यालयों में विज्ञान वर्ग संचालित होता है। एक अनुमान के अनुसार प्रतिवर्ष करीब 800 विद्यार्थी विज्ञान विषय से 12वीं उत्तीर्ण करते है। दूसरी तरफ पोकरण में विज्ञान संकाय नहीं होने के कारण इन विद्यार्थियों को प्रवेश के लिए जैसलमेर अथवा जोधपुर जाना पड़ रहा है। जिससे उन्हें परेशानी हो रही है।
स्नातकोत्तर की भी दरकार
पोकरण में एक राजकीय महाविद्यालय व एक राजकीय कन्या महाविद्यालय स्थित है। साथ ही एक निजी डिग्री कॉलेज भी है। ऐसे में प्रतिवर्ष 400 से अधिक छात्र छात्राएं स्नातक की पढ़ाई पूर्ण कर आगे की कक्षा में अध्ययन की रुचि रखते है, लेकिन स्नातकोत्तर नहीं होने के कारण विद्यार्थियों को अन्यंत्र जाना पड़ रहा है। विशेष रूप से उच्च शिक्षा में रुचि रखने वाली बालिकाओं को मजबूरन पढ़ाई बीच में ही छोडऩी पड़ रही है। इस ओर जिम्मेदारों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
फैक्ट फाइल:-
– 400 विद्यार्थी प्रतिवर्ष स्नातक की पढ़ाई पूर्ण कर स्नातकोत्तर में प्रवेश केे रहते है इच्छुक
– 800 विद्यार्थी प्रतिवर्ष विज्ञान विषय से 12वीं करते है उत्तीर्ण
– 2 राजकीय व एक निजी डिग्री कॉलेज स्थित है पोकरण क्षेत्र में
की गई है मांग
राजकीय महाविद्यालय में विज्ञान संकाय शुरू करने तथा स्नातकोत्तर में क्रमोन्नत करने की दरकार है। जिसको लेकर पूर्व में कई बार उच्चाधिकारियों व सरकार को अवगत करवाया गया है। यदि सरकार दोनों मांगे पूरी करती है, तो क्षेत्र के सैंकड़ों विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा।
-डॉॅ. गिरधारीलाल जयपाल, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय, पोकरण
सीएम से मिलकर किए प्रयास करेंगे
राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य व क्षेत्र के विद्यार्थियों ने इस संबंध में अवगत करवाया है। इस बारे में उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी से बातचीत की गई है। उनकी ओर से मांग पूरी करने का पूरा आश्वासन दिया गया है। शीघ्र ही मुुख्यमंत्री से मिलकर महाविद्यालय को स्नातकोत्तर में क्रमोन्नत करने व विज्ञान संकाय शुरू करने की मांग की जाएगी।
-शाले मोहम्मद, विधायक पोकरण व अल्पसंख्यक मामलात मंत्री