प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं का कहना है कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में अनियमितता और गड़बड़ी की गई है, जिसकी वजह से छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। छात्रा ने बताया कि पेपर में लिखने के बाबजूद उसके शून्य अंक दिये गये हैं, इसीलिये उत्तर पुस्तिकाओं का पुनः मूल्यांकन कराया जाये और तत्पश्चात परीक्षा परिणाम घोषित किया जाये।
सपा छात्र सभा के जिलाध्यक्ष हिमांशु ने बताया कि उन्होंने राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने बताया कि अब तक इस प्रकार का परीक्षा परिणाम नहीं रहा है। जिस तरह इस बार रहा है लिखने वालों को शून्य अंक दिये हैं, मामले की जांच हो और दोषी कुलपति के खिलाफ कार्यवाही की जाये।
एसडीएम उरई विकास कश्यप का कहना है कि छात्रों का कहना है कि परीक्षा प्रतिशत बेहद कम रहा है। इसको लेकर उन्होंने राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन भी सौंपा है। मामले को लेकर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति से भी बात की जाएगी।