जालौन के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के बाहर धरना दे रहे वित्तविहीन शिक्षकों ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार ने जो वित्तविहीन शिक्षकों के साथ धोखाधड़ी और उनका अपमान किया है उसे शिक्षक भूलेगा नहीं और जो शब्द शिक्षकों के लिये निकाले है उसे योगी वापिस ले नहीं तो यह प्रदर्शन पूरे प्रदेश के 75 जनपदों में किया जायेगा।
योगी सरकार ने मानदेय बढ़ाने की कही थी बात
वित्तविहीन शिक्षक महासभा के प्रदेश अध्यक्ष उमेश द्विवेदी ने कहा कि जब सपा सरकार में उन्हे मानदेय मिला था और एक हजार रुपये मानदेय पर योगी सरकार ने उसे बढ़ाने की बात कही थी लेकिन सरकार ने उसे बंद कर दिया साथ ही जब 5 सितंबर को अपना हक मांगा तो लाठी चार्ज की गई और मुख्यमंत्री योगी ने शिक्षकों को अपशब्द भी बोले। उन्होंने कहा कि यदि सीएम योगी ये शब्द वापिस नहीं लेते तो प्रदर्शन और उग्र होगा और दिल्ली में प्रदर्शन होगा साथ ही पीएम मोदी को ज्ञापन दिया जायेगा। अगर उनकी बारे नहीं मानी गई तो 2019 के चुनाव में सबक सिखाया जायेगा। वहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश के वित्तविहीन शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के सम्मान जनक मानदेय की व्यवस्था करें अन्यथा प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा में 87% का योगदान करने वाले लगभग साढे तीन लाख शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की उपेक्षा सरकार को बहुत महंगी पड़ेगी।
प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष एवं बरेली मुरादाबाद शिक्षक खंड के एमएलसी संजय कुमार मिश्र ने कहा कि अपने उज्जवल भविष्य की चाहत रखने वाले इन शिक्षकों को सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली भाजपा सरकार से बड़ी उम्मीद थी परंतु उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछली सरकार द्वारा प्रारम्भ किए गए अत्यल्प मानदेय को भी बंद कर दिया जिससे वह हताश एवं निराश हैं इसका समय रहते समाधान न किया गया तो भुखमरी के कगार पर पहुंच गए इस शिक्षक समाज की हाय सरकार सह नहीं पाएगी।
महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रेनू मिश्रा ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांग करने वाले तथा विरोध प्रदर्शन करने वाले इन शिक्षकों को अपमान करके उनका अधिकार न देना प्रदेश के मुख्यमंत्री का तानाशाही रवैया है इसका पूरे प्रदेश में रैली करके इस सरकार को उखाड़ फेंकने का काम महासभा करेगी।
शिक्षक महासभा के प्रदेश प्रधान महासचिव एवं इलाहाबाद झांसी खंड के प्रभारी अशोक कुमार राठौर ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से अपना हक मांगने वाले शिक्षकों का सरकार के मुखिया ने जो अपमान किया है वह असहनीय है इसे शिक्षक समाज कभी माफ नहीं करेगा। इससे पहले शिक्षको का जुलूस एसआर इंटर कॉलेज उरई से जिला परिषद, अंबेडकर चौराहा, मच्छर चौराहा होते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय उरई पहुंचा। जिसमें सम्मिलित सैकड़ों शिक्षक वाहनों से चल कर सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे।
ये लोग रहे मौजूद
इस दौरान जनपद के जिला अध्यक्ष राकेश शुक्ल, जिलामहासचिव सुखदेव पाल, कोषाध्यक्ष भारत सिंह यादव, मंडल अध्यक्ष दीपक पांडेय, प्रदेश महासचिव प्रबंधक महासभा अरुण कुमार त्रिपाठी, जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता, प्रधानाचार्य रमाकांत द्विवेदी, अहमद मिर्जा बेग, रामबाबू निरंजन, सरोज ठाकुर, मंजू गुप्ता, उदित कुशवाहा, गजेन्द्र सिंह, बृजेन्द्र सिंह, मुबीन शेख, रामकिशोर, मु. वासे रहमानी सहित हजारों की संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय उरई में हुई सभा का संचालन प्रबंधक महासभा के जिला अध्यक्ष लक्ष्मीकांत दीक्षित ने किया।