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जालोर

medical health: अस्पताल में नहीं डॉक्टर, बैरंग लौट रहे मरीज

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जालोरOct 02, 2019 / 04:33 pm

Jitesh kumar Rawal

medical  health: अस्पताल में नहीं डॉक्टर, बैरंग लौट रहे मरीज

medical health: अस्पताल में नहीं डॉक्टर, बैरंग लौट रहे मरीज

विभिन्न सुविधाओं का टोटा, मरीजों को हो रही परेशानी


आहोर. आमजन को चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने वाले उपखंड मुख्यालय पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पिछले लंबे समय से विभिन्न सुविधाओं का टोटा बना हुआ है। क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल में चिकित्सकों समेत विभिन्न सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। जिसके कारण यहां उपचार के लिए आने वाले मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
यहां प्रतिदिन करीब 400 से 450 मरीजों का आउटडोर रहता है। लंबे समय से चिकित्सकों के कई पद रिक्त हंै। चिकित्सकों के कुल 11 पद स्वीकृत है, जिसमें से मात्र तीन चिकित्सक ही सेवाएं दे रहे हंै। तीन सृजित चिकित्सकों के पदों में डॉ.वीरेन्द्र हमथानी के पास बीसीएमओ का चार्ज है तथा वे अधिकांश समय क्षेत्र के गांवों में टूर पर रहते हैं। इसके अलावा अस्पताल में फिजीशियन डॉ.पूरणमल मुणोत व दंत चिकित्सक डॉ.मंदीप परिहार सेवाएं दे रहे हंै। अस्पताल में एक होम्योपैथिक चिकित्सक भी कार्यरत है। अस्पताल में शेष सभी चिकित्सकों के पद वर्तमान में रिक्त पड़े है। इसकी वजह से यहां उपचार के लिए प्रतिदिन आने वाले सैकड़ों मरीजों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां नेत्र चिकित्सक का पद रिक्त होने के कारण नेत्र रोगियों का उपचार नहीं हो पा रहा है।

नसीब नहीं हो रही सोनोग्राफी की सुविधा
यहां मरीजों की सुविधा के लिए सोनोग्राफी मशीन तो संचालित है, लेकिन सप्ताह में दो दिन मंगलवार व शनिवार को ही मरीजों की जांच करना निर्धारित है।उधर, सोनोलॉजिस्ट डॉ.वीरेन्द्र हमथानी के पास बीसीएमओ का भी चार्ज है। अक्सर भ्रमण व विभागीय कार्यों में रहत हैं, जिससे मरीजों को सोनोग्राफी जांच की सुविधा नसीब नहीं हो पा रही।अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध होने पर भी मरीज बाहर जाने को मजबूर है।

महिलाओं को हो रही बेहद परेशानी
यहां स्त्री रोग विशेषज्ञ (गायनिक) का पद वर्तमान में रिक्त पड़ा है। जिसके कारण महिला मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां प्रतिदिन आउटडोर में महिला मरीजों की संख्या अत्यधिक रहती है। लेकिन यहां स्त्री रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति नहीं होने के कारण उन्हे बेहद परेशानी होती है। यहां स्त्री रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति नहीं होने के कारण महिला मरीजों को उपचार के लिए मजबूरन दूरदराज जाना पड़ता है।

आपातकाल में रैफर ही समाधान
यहां आपातकालीन चिकित्सा सुविधा पर्याप्त एवं बेहतर नहीं होने के कारण आपातकालीन स्थिति में मरीज को उपचार हेतु सीधे आगे के लिए रैफर ही किया जाता है। दुर्घटना समेत अन्य इमरजेंसी में मरीजों को उपचार के लिए यहां लाया जाता है लेकिन चिकित्सक व संसाधनों की कमी के कारण मरीजों का प्राथमिक उपचार ही किया जाता है, बाद मेंं उन्हें आगे के लिए रेफर कर दिया जाता है। कस्बे समेत क्षेत्र में अक्सर छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं घटित होती रहती है। ऐसे में घायलों को उपचार के लिए यहां लाया जाता है लेकिन यहां हड्डी रोग विशेषज्ञ समेत पर्याप्त स्टाफ व संसाधनों के अभाव मेंं घायलों का प्राथमिक उपचार ही हो पाता है। इसके बाद उन्हें आगे के लिए रेफर कर दिया जाता है।

विधायक ने किया निरीक्षण,आंदोलन की चेतावनी
आहोर. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने मंगलवार को निरीक्षण किया। विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया। साथ ही कहा कि अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चिकित्सा मंत्री एवं सीएमएचओ से बात कर अस्पताल में शीघ्र चिकित्सक लगाने की मांग की। चेतावनी दी कि शीघ्र ही नियुक्ति नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष हकमाराम प्रजापत, जेठूसिंह मांगलिया, हिम्मताराम प्रजापत, मिश्रीमल मेघवाल, बिशनसिंह सोलंकी समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
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