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जालोर

गड़बड़झाला! सड़क निर्माण में ठेकेदार ने मिट्टी पर ही बिछा दिया डामर, ग्रामीणों ने रुकवाया कार्य

कार्य के 6 महीने की डेडलाइन गुजरे 3 महीने बीत चुके, अधिकारी बता रहे नियमानुसार हुआ कार्य

जालोरMar 17, 2024 / 09:09 pm

Manish kumar Panwar

गड़बड़झाला! सड़क निर्माण में ठेकेदार ने मिट्टी पर ही बिछा दिया डामर, ग्रामीणों ने रुकवाया कार्य

गड़बड़झाला! सड़क निर्माण में ठेकेदार ने मिट्टी पर ही बिछा दिया डामर, ग्रामीणों ने रुकवाया कार्य

जालोर/सायला. उपखंड क्षेत्र के सिराणा में 2 करोड़ 60 लाख रुपए के बजट में 6.5 किलोमीटर सम्पर्क सडक़ निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग होने पर ग्रामीणों ने विरोध कर कार्य को रुकवा दिया। सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से यूसीआरवी योजना के तहत सिराणा के महादेव नगर सम्पर्क सडक़ निर्माण का कार्य 18 जून 2023 को शुरू किया था। इस 6.5 किलोमीटर सडक़ के लिए 2 करोड़ 60 लाख रुपए खर्च किए जा रहे है। वहीं इस कार्य को 6 महीने में 17 दिसम्बर 2023 को पूरा किया जाना था। जबकि उसके भी 3 महीने बाद कार्य अभी तक जारी है। वहीं इस निर्माणाधीन सडक़ पर ग्रामीणों की नजर पड़ी तो उन्होंने इसका विरोध जताया। ग्रामीणों ने बताया कि संपर्क सडक़ का डामरीकरण मिट्टी पर ही किया जा रहा है, जो हाथों से हटाने पर नीचे से मिट्टी निकल रही है। ग्रामीणों ने विरोध करते हुए कार्य को रुकवाया। वहीं सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता कैलाश कुमार को ग्रामीणों ने घटिया सडक़ निर्माण की जानकारी दी, तो उन्होंने इस निर्माण कार्य को सही बताया। विरोध जताने के दौरान अमरसिंह, जगराम जाट, जगमालराम जाट, नारायणसिंह, मकनाराम, शैतानसिंह, भमरसिंह, नारणाराम, थानाराम, नपाराम, सुरेश, भट्टाराम, मानाराम, सतीश, श्रवण जाट, रामाराम जाट, पांचाराम जाट, छगनाराम, भवरसिंह सहित ग्रामीण मौजूद रहे।ऐसे होना था कार्यसार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से 18 जून 2023 को यूसीआरवी योजना के तहत 6.5 किमी की सडक़ 2 करोड़ 60 रुपए की लागत से महादेव नगर सम्पर्क सडक़ का कार्य शुरू किया गया था। इस कार्य को 6 महीने में 17 दिसम्बर 2023 तक पूरा करना था। यह सडक़ 245 एमएम मोटाई की बननी थी, जिसमें 20 एमएम तक डामरीकरण शामिल था।
ऐसे हो रहा है कार्य

नियमानुसार 6.5 किलोमीटर की सडक़ की मोटाई 245 एमएम की होनी है। इसमें 20 एमएम. डामर चढ़ाना शामिल था। मौके पर देखा तो मिट्टी कुछेक कंकरीट पर डामर चढ़ा दिया। नीचे मिट्टी और घटिया निर्माण सामग्री पर ही 20 एमएम डामर चढ़ा दिया गया है। पूरी तरह से जांच की जाए तो सडक़ की मोटाई आधी भी नहीं है।ण्
जिम्मेदारों का गोलमाल जवाब…

सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता कैलाश कुमार ने बताया कि सडक़ का निर्माण कार्य नियमानुसार ही चल रहा है। नियमानुसार डामर 20 एमएम होना चाहिए वो चढ़ रहा है। ग्रामीण बता रहे है कि सडक़ पर सिर्फ 20 एमएम डामर ही है। नीचे तो मिट्टी का घटिया निर्माण सामग्री है। हमने डामर की परत को हाथ से उठाया है, यह तो नीचे चिपक भी नहीं पाया है।
इनका कहना

करीब 15 साल बाद यह कार्य स्वीकृत हुआ था। यह बालोतरा जिले की सीमान्त सम्पर्क सडक़ भी है। ठेकेदार एवं अधिकारियों की मिलीभगत से गुणवत्ताहीन निर्माण हो रहा है। ठेकेदार रेत पर ही सीधा डामरीकरण कर रहा है। डामर नीचे का मटेरियल डाला ही नहीं गया है। ऐसे यह सडक़ हाथ से उखाडऩे पर ही उखड़ जाती है।- जगराम जाट, ग्रामीण सिराणा

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