वहीं डिप्टी कमिश्नर जम्मू सुषमा चौहान ने बठिंडी, सुंजवा और गुज्जर नगर में पूर्ण प्रतिबंध का आदेश देते हुए कहा कि किसी भी कारण से किसी भी व्यक्ति को बठिंडी, सुंजवा और गुज्जर नगर इलाकों से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने महामारी रोग अधिनियम 1879 और आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 का हवाला देते हुए जम्मू पुलिस स्टेशन के अधीन आने वाले पुलिस चौकी त्रिकुटा नगर, बठिंडी और पुलिस स्टेशन पीर मीट्ठा के अधीन आने वाले गुज्जर नगर चौकी को इसे सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं।
इसी के साथ उन्होंने लोगों की सुविधा के लिए कंट्रोल रूम के नंबर 0191-2571616, 0191-2571912 जारी करते हुए कहा कि किसी भी आपात स्थिति में इन इलाकों के लोग इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं। उनके घर तक हर आवश्यक सुविधा दी जाएगी।
जम्मू-कश्मीर में कोरोना मामलों का तेजी से बढ़ने का कारण लोगों द्वारा ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी नहीं देना है। श्रीनगर में एक दिन पहले जो दंपती कोरोना वायरस से संक्रमित आया, उसने भी अपनी विदेश यात्रा के बारे में जानकारी नहीं दी थी। वह खुद तो संक्रमित हुआ ही, अन्य कइयों की जिंदगी भी खतरे में डाल दी। जम्मू संभाग में भी कुछ इसी तरह के हालात हैं। कई लोग ऐसे हैं जो विदेशों से आए हुए हैं। सामने आने के बजाए वे यात्रा जानकारी छिपाए हुए हैं। ऐसे लोगों ने प्रशासन की नींद उड़ाई है।
जम्मू-कश्मीर सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने बताया कि जम्मू कश्मीर में कोरोना के हर दिन बढ़ते पॉजीटिव मामले चिंताजनक है। इसे देखते हुए ही अब सरकार ने लॉकडाउन को लेकर और सख्ती कर दी है। घर से बिना किसी काम बाहर आने वालों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन में भेजने के निर्देश दिए हैं।