लेकिन सरपंच -सचिव मिलकर हितग्राहियों को मिलने वाली पूरी रकम को गोलमाल कर दिया है। सोमवार को जनदर्शन में पहुंचे ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच सचिव की मनमानी चरम पर है। ग्राम विकास के लिए आई राशि में हेराफेरी खुलकर की जा रही है। सोमवार को तकरीबन 50 ग्रामीण कलेक्टोरेट पहुंचे और अपबीती कलेक्टर के सामने बयां की।
Read more : आपत्तिजनक पोष्ट पर बिफरे सर्व समाज के लोगों ने किया थाना का घेराव, कहा- नहीं हुई गिरफ्तारी तो करेंगे आंदोलन ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने दो साल पहले स्वच्छ भारत मिशन के तहत अपने अपने घरों में 12-12 हजार रुपए खर्च कर शौचालय का निर्माण कराए हैं, लेकिन सरपंच सचिव के द्वारा सरकार से मिली राशि का गबन कर दिया गया है। जिसके चलते उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण हीरालाल कर्ष, रामगोपाल धीवर, सामता कर्ष, जमुना धीवर सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच के पास शौचालय निर्माण की राशि मांगने जाने पर बेवजह घुमाया जाता है।
जबकि सरकार के खाते से राशि जारी हो चुकी है। इसके बाद भी सरपंच के द्वारा राशि का गबन कर लिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि तकरीबन हितग्राहियों को शौचालय निर्माण की राशि अब तक नहीं मिल पाई है। जिसके चलते ग्रामीण विभागीय कार्यालयों के चक्कर काटने मजबूर हैं।