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जांजगीर चंपा

आठ साल बाद भी नहीं कर पाए किताबों के बिलों का भुगतान, आखिरकार कोर्ट ने सुनाया ये फैसला, पढि़ए खबर…

– राजीव गांधी शिक्षा मिशन की संपत्ति हुई कुर्क

जांजगीर चंपाJan 18, 2019 / 02:01 pm

Shiv Singh

आठ साल बाद भी नहीं कर पाए किताबों के बिलों का भुगतान, आखिरकार कोर्ट ने सुनाया ये फैसला, पढि़ए खबर...

आठ साल बाद भी नहीं कर पाए किताबों के बिलों का भुगतान, आखिरकार कोर्ट ने सुनाया ये फैसला, पढि़ए खबर…

जांजगीर-चांपा. राजीव गांधी शिक्षा मिशन द्वारा स्नेह साहित्य सदन नई दिल्ली की किताबों का साढ़े १४ लाख रुपए के बिल का भुगतान आठ साल बाद भी नहीं कर पाने पर बुक कंपनी ने कोर्ट में केस दायर की थी। जिसके चलते कोर्ट ने राजीव गांधी शिक्षा मिशन के संपत्ति को कुर्क कर बिलों के भुगतान के आदेश दिया था। न्यायालय के आदेश पर गुरुवार को मिशन के सामानों की संपत्ति की कुर्की हो गई। इसके लिए बाकायदा कोर्ट के अधिकारी व दिल्ली से आए बुक कंपनी के जिम्मेदार पर्शन मौजूद थे। दिलचस्प बात यह है कि अब मिशन के अधिकारियों के पास दफ्तर में बैठने के लिए एक कुर्सी भी नहीं बची है। क्योंकि कुर्सी, टेबल, आलमारी सहित सारे सामानों की कुर्की हो गई। मिशन ने आठ साल पहले ६ कंपनियों से बुक की खरीदी की थी। जिसमें तीन कंपनी ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें एक कंपनी की दायर याचिका में कोर्ट से यह फैसला लिया है। वहीं दो अन्य कंपनियों के केस में सुनवाई अंतिम स्टेज पर है।
राजीव गांधी शिक्षा मिशन ने लाइब्रेरी के लिए वर्ष २०१० में दिल्ली की कंपनी स्नेह साहित्य सदन से ८ लाख ३५ हजार ४२५ रुपए की किताबें खरीदी थी। किताबें मिशन के कार्यालय में बतौर लाइब्रेरी निर्माण कर बच्चों को ज्ञान अर्जित कराना था। मिशन को बुक की सप्लाई कर दी गई, लेकिन मिशन ने आज तक बुक कंपनी को उसके साढ़े आठ लाख रुपए के बिलों का भुगतान नहीं किया। कंपनी स्नेह साहित्य सदन नई दिल्ली ने मामले में दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में याचिका दायर कर दिया। चार साल चले केस के बाद कोर्ट ने राजीव गांधी शिक्षा मिशन की संपत्ति को कुर्क करने का आदेश दे दिया।
इस दौरान पूरे बिल का ब्याज सहित राशि १४ लाख ७० हजार ५१८ रुपए हो गया। तय तिथि गुरुवार को कुर्की की कार्रवाई के लिए दिल्ली के कोर्ट ने जांजगीर के जिला कोर्ट को आदेश दिया था। जांजगीर जिला कोर्ट के कर्मचारी व स्नेह साहित्य सदन के कर्मचारी अतुल गुप्ता गुरुवार की सुबह ११ बजे राजीव गांधी शिक्षा मिशन कार्यालय पहुंचे और कुर्की की कार्रवाई शुरू कराई।
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सारे सामान रखा कमरे में फिर सील
राजीव गांधी शिक्षा मिशन दफ्तर के सारे के सारे सामान कुर्सी, टेबल, आलमारी, एसी, कूलर, पंखे, एक खटारा बोलेरो सहित सारे सामान इकट्ठा कर कमरे को सील किया गया। बोलरो वाहन दफ्तर के बाहर ही खड़ी की गई है। वहीं आलमारी के दस्तावेज को भी सील कर आलमारी में जिला न्यायालय का सील चस्पा कर दिया गया।

नहीं है 14 लाख की संपत्ति
राजीव गांधी शिक्षा मिशन के दिन इन दिनों फांके में बीत रहा है। मिशन की हालत को देखकर नहीं लग रहा है कि उक्त दफ्तर में १४ लाख की कोई सम्पत्ति होगी। क्योंकि दफ्तर में गिनती के आलमारी, एक -दो एसी, चंद कंप्यूटर और एक खटारा गाड़ी है। सारी संपत्ति को जोड़कर नीलामी भी की जाए तो १४ लाख रुपए की नहीं होगी। सामानों की कुर्की करने वालों ने जब सामानों का आंकलन किया तब सारे सामानों की कीमत ५० से ६० हजार रुपए की बताई गई।

अब बैठने के लिए एक कुर्सी भी नहीं
राजीव गांधी शिक्षा मिशन दफ्तर में अधिकारियों के पास बैठने के लिए एक कुर्सी भी नहीं बच पाई है। अफसर कहां बैठेंगे उनका भी ठिकाना नहीं रह गया है। क्योंकि कोर्ट के आदेश पर दफ्तर को भी सील किया गया है। उनके ठहरने के लिए एक कमरे को खाली किया गया है। संभावना जताई जा रही है कि अब ये कर्मचारी डीईओ दफ्तर के जुगाड़ की कुर्सी में बैठेंगे।

सक्ती के व्यवसायी ने की याचिका दायर
राजीव गांधी शिक्षा मिशन में सक्ती के दो फर्म शिव बुक डिपो व एसके सप्लाई एजेंसी में तकरीबन ११ लाख रुपए की बुक की सप्लाई की थी। संचालक मांगे लाल अग्रवाल ने भी कोर्ट में याचिका दायर की है। जिसकी सुनवाई हो रही है। मांगे राम अग्रवाल ने बताया कि उनके द्वारा याचिका में भी सुनवाई अंतिम स्टेज में है। संभवत: इसी माह में कोर्ट के द्वारा फैसला आ
सकता है।

-राज्य शासन से किताबों के बकाया बिलों के भुगतान के लिए बजट की मांग की गई थी। लेकिन बजट नहीं मिलने की वजह से बिलों का भुगतान नहीं हो पाया। कोर्ट के आदेश पर दफ्तर के सारे सामानों की कुर्की हुई है- संतोष कुमार कश्यप, डीएमसी
-१४ लाख के बकाया बिलों के भुगतान नहीं होने की स्थिति में दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में याचिका दायर किया था। चार साल चले केस के बाद कोर्ट ने राजीव गांधी शिक्षा मिशन की संपत्ति को कुर्क करने का आदेश दिया है। इस दौरान पूरे बिल का ब्याज सहित राशि १४ लाख ७० हजार ५१८ रुपए हो गया। तय तिथि गुरुवार को कुर्की की कार्रवाई के लिए दिल्ली के कोर्ट ने जांजगीर के जिला कोर्ट को आदेश दिया। इसके बाद मिशन के सामानों की कुर्की कराई गई- अतुल गुप्ता, कर्मचारी, स्नेह साहित्य सदन नई दिल्ली

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