बीएसएनएल (BSNL) ने अपने विभाग के दर्जनों कर्मचारियों को जबरन सेवा निवृत्ति दे दिया है। इसके चलते विभागीय कामकाज प्रभावित हो रहा है। जिला मुख्यालय में 21 कर्मचारी हैं जो दैनिक वेतन भोगी के रूप में काम करते हैं। इन्हें तकरीबन 9 हजार 800 रुपए वेतन मिलता है। इन कर्मचारियों को भी पिछले 8 माह से वेतन नहीं मिलने से उन्हें अपने परिवार की रोजी-रोटी चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अपनी परेशानियों को कर्मचारियों ने विभागीय अफसरों के सामने बयां की लेकिन उनकी वेतन संबंधित समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। आज भी उन्हें आठ माह के वेतन की दरकार है।
शराब पीकर वाहन चलाने वालों की खैर नहीं, पुलिस ने शुरू की कार्रवाई, पकड़े जाने पर लगाना पड़ सकता है कोर्ट का चक्कर समस्याओं को देखते हुए कर्मचारियों ने सोमवार को काम बंद कर हड़ताल पर बैठ गए। कर्मचारियों को बीएसएनएल के अफसरों ने अपने चेंबर में बुलाया और उन्हें समझाइश दी और कहा कि आप लोगों की समस्या को अपने उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। इस दिशा में बहुत जल्द कारगर कदम उठाया जाएगा।
पूरे शहर में मेंटेनेंस का कार्य भगवान भरोसे
जिला मुख्यालय में बीएसएनएल का तकरीबन एक हजार से अधिक कनेक्शन है। जिसमें कलेक्टोरेट, एसपी बंगला, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के अलावा अन्य 36 शासकीय दफ्तरों के अलावा निजी संस्थानों में ब्राड बैंड जैसे महत्वपूर्ण सेवाएं संचालित की जाती है। लेकिन बीएसएनएल की लचर व्यवस्था का खामियाजा पूरे शहर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। दफ्तरों में इंटरनेट की समस्या के चलते विभागीय कामकाज प्रभावित हो रहा है। जिससे विभागीय अफसरों को कोई सरोकार नहीं है।
-वेतन संबंधित समस्याओं को लेकर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी काम बंद कर दिए थे। उन्हें समझाइश दी गई और उनकी समस्याओं का निराकरण की बात कही गई। इसके बाद उन्होंने काम शुरू कर दिया है। भारत भूषण देवांगन, एसडीओटी