दरअसल, हसदेव नदी से पानी लाकर जिला मुख्यालय में घरों-घर पानी सप्लाई होना है। इसके लिए नल जल योजना के तहत ३६ करोड़ रुपए से काम प्रगति पर है मगर शुरूआत में ही काम में देरी हो रही है। अक्टूबर में काम शुरू हो चुका है मगर बारिश लगने के बाद शहर के चांपा रोड में होण्डा एजेंसी तक पाइप लाइन बिछाने के लिए खुदाई की गई जिससे बरसात होने से एनएच पर चलना मुश्किल हो गया।
ओवरहेड टंकी का निर्माण अभी शुरू तक नहीं
नल-जल योजना के लिए अक्टूबर में ठेकेदार को वर्कआर्डर जारी हो चुका है लेकिन आचार संहिता के चलते काम शुरू होने में विलंब हुआ और अब बारिश रोड़ा बन रही है। शहर में पानी सप्लाई के लिए दो ओवरहेड टंकी भी बननी है मगर अब तक ड्राइंग डिजाइन पूर्ण नहीं हो पाया है। मिट्टी टेस्ट ही हो पाया है। इसमें एक टंकी तुलसी भवन के अंदर बनेगी जिसकी क्षमता ९ लाख लीटर होगी। वहीं दूसरी टंकी पुराने हॉस्पिटल परिसर के अंदर बनेगी जिसकी क्षमता २४ लाख लीटर होगी। वहीं शहर के तीन पुराने ओवरहेड टंकी मिलाकर पांच टंकी के सहारे पूरे शहर में पानी की सप्लाई होगी।
शहर में जगह-जगह सैकड़ों पाइप लाइन डंप
शहर के भीतर पाइप लाइन बिछाने के लिए मुख्य सड़कों के किनारे जगह-जगह बड़े-बड़े पाइप डंप किए गए हैं। महीने दिन से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी इन पाइप लाइनों को नहीं बिछाया जा रहा है वजह बारिश के कारण काम में रोक है। उल्लेखनीय है कि पूरे शहर के अंदर कुल ९५ किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएगी। जिला मुख्यालय में सबसे बड़ी समस्या गर्मी के दौरान पानी की है। गर्मी में हर साल पानी की किल्लत को देखते हुए शहरवासी सहम जाते हैं। ऐसे में नल-जल योजना शुरू होने का शहरवासियों को ब्रेसबी से इंतजार है।
-नल-जल योजना का काम प्रगति पर है। बारिश को देखते हुए अभी शहर के अंदर की बजाए आउटर में काम कराया जा रहा है। शहर के भीतर बारिश के दौैरान मिट्टी खुदाई से परेशानी हो जाएगी। ओवरहेड टंकी के लिए मिट्टी परीक्षण हो चुका है। ड्राइंग डिजाइन कंप्लीट होते ही काम शुरू कर देंगे।
-आदित्य नारायण, उप अभियंता नपा जांजगीर-नैला