धीरे-धीरे प्रताडऩा का यह खेल और बढ़ता चला गया। उसे दहेज के नाम से परेशान किया जाने लगा। प्रताडऩा की इस कड़ी में २५ अप्रैल को स्मृति के जलने की खबर आई। उसने ईलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। इसके बाद मायके पक्ष वालों ने ससुरालियों पर आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गीतेश्वर, तुलेश्वर तथा प्रभावती को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। ग्राम पोंडी-दल्हा के नागरिकों ने इस मामले में गुरुवार को जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नरेश शर्मा से मुलाकात कर आरोपियों की पैरवी स्थानीय वकीलों से नहीं करने आग्रह किया। ग्रामीणों का कहना रहा कि समाज मेंं इस तरह महिलाओं के प्रति हो रहे अत्याचार को रोकने की जिम्मेदारी हर नागरिक की है। संघ ने आवेदन को बैठक में रखते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस अवसर पर अकलतरा के देवेशसिंह पवार, पोड़ी के अनुज सिंह, तपोधन सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, रीवापार के देवेंद्र सिंह, ठठारी के नरेश सिंह सहित ग्रामीण उपस्थित रहे।