कर्मचारियों-अधिकारियों में हड़ताल पर शामिल होने के लिए भारी उत्साह देखा गया। अपनी मांगों के समर्थन में स्वस्फूर्त आकस्मिक अवकाश में रहने सहमत हुए ज्ञातव्य है कि विधानसभा चुनाव 2013 के पूर्व किए गए अपने घोषणापत्र को क्रियान्वयन नहीं किए जाने से अधिकारी-कर्मचारी भारी आक्रोशित हैं।
पत्नी तो पत्नी पूरे परीक्षा केंद्र में नकल कराने का इस प्राचार्य ने कर दिया दावा, फिर एक परीक्षार्थी ने किया कुछ ऐसा… कर्मचारियों की मुख्य मांगे चार स्तरीय पदोन्नति वेतनमान लिपिकों सहित समस्त संवर्ग की वेतन विसंगति दूर करने पूर्ण पेंशन की पात्रता के लिए 33 वर्ष की जगह 25 वर्ष करने सहित अन्य मांगे शामिल हैं।
प्रदेश के समस्त निगम मंडल के साथ-साथ समस्त पेंशनरों को भी सातवें वेतनमान का लाभ एक जनवरी 2016 से देने संविदा कर्मचारियों को नियमित करने प्रदेश के कर्मचारियों तथा पेंशनरों को केंद्रीय दर पर महंगाई भत्ता देने राज्य परामर्शदात्री समिति की नियमित बैठक आयोजित करने, लंबित एरियर्स की किस्त का अविलंब नगद भुगतान करने, नए रायपुर में बसने के इच्छुक अधिकारियों-कर्मचारियों को सस्ती दरों पर विकसित भूखंड उपलब्ध कराने, विभिन्न संगठनों की मान्यता संबंधी लंबित मामले का निराकरण करने, प्रांतीय पदाधिकारियों को पूर्व की भांति मंत्रालय पास जारी करने जैसे मुद्दे शामिल हैं।
इस तारतम्य में जांजगीर जिले के फेडरेशन के पदाधिकारी संपर्क अभियान के लिए सभी कार्यालय पर पहुंचे। जिसमें मुख्य रुप से फेडरेशन के संयोजक विश्वनाथ सिंह परिहार छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अर्जुन सिंह, क्षत्रिय शिक्षक कांग्रेस से रोशन नेमी, शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष भुनेश्वर देवांगन, छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के जिला अध्यक्ष शरद राठौर, छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के सचिव केके थवाईत, दिनेश राठौर, सुरेंद्र सिंह राठौर, एमएल कश्यप वाहन चालक संघ के अध्यक्ष विजय शुक्ला, टीकम थवाईत, अभिमन्यु कश्यप, अशोक राठौर, कर्मचारी कांग्रेस के महामंत्री सतीश तिवारी, डिप्लोमा अभियंता संघ के अध्यक्ष एचसी राठौर, लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ से ललित सिंह, एपी पांडे एवं अन्य कर्मचारी शामिल थे।