scriptसिटी बस के पुन: संचालन को लेकर लोग हुए एकजुट, आठ माह से बंद है सिटी बस का संचालन | People united for the re-operation of the City Bus | Patrika News
जांजगीर चंपा

सिटी बस के पुन: संचालन को लेकर लोग हुए एकजुट, आठ माह से बंद है सिटी बस का संचालन

– अब भी पांच बसें टर्मिनल में खड़ी -यात्रियों को नहीं मिल रहा है लाभ

जांजगीर चंपाSep 16, 2018 / 05:42 pm

Shiv Singh

सिटी बस के पुन: संचालन को लेकर लोग हुए एकजुट, आठ माह से बंद है सिटी बस का संचालन

सिटी बस के पुन: संचालन को लेकर लोग हुए एकजुट, आठ माह से बंद है सिटी बस का संचालन

जांजगीर-चांपा. जिले में तीन साल पहले शुरू हुई सिटी बस सेवा अब तक पटरी पर नहीं आई है। शुरूआत में भी सिर्फ पांच सिटी बसों का संचालन शुरू हुआ। पांच माह पहले तो सभी बसों का संचालन बंद हो गया था, मगर लगातार मांग के चलते यह सेवा जुलाई में शुरू हुई। यहां खड़ी बसों में से तीन बसों को शहर के कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया, मगर रेलवे स्टेशन नैला से खोखरा तक सिटी बस अब तक शुरू नही हो सका।
इस मार्ग में कालेज कृषि मंडी, दीनदयाल कालोनी, पुलिस लाइन, जेल लाइन, केन्द्रीय विद्यालय सही कई सरकारी ऑफिस के अलावा दर्जनों गांव के लोग सिटी बस से आना जाना करते थे। सिर्फ पांच बसें ही चल रही हैं ऐसे में यात्रियों को सभी बसों का लाभ नहीं मिल रहा है। अब भी पांच बसें टर्मिनल में खड़ी होकर धूल खाती पड़ी है। यहां 10 बसें आई थी और सभी बसों का परमिट कार्यालय सचिव क्षेत्रिय परिवहन पदाधिकारी द्वारा जारी किया गया।
यह भी पढ़ें
वेतन विसंगति को लेकर 19 सितंबर को रायपुर में महारैली, जानें कौन-कौन कर्मचारी होंगे शामिल

इन बसों के परमिट में फेरों का भी उल्लेख है। इसके अनुसार बसों का दिन भर में चार से पांच फेरा लगना है मगर अकलतरा से शिवरीनारायण व्हाया पामगढ़, शिवरीनारायण से अकलतरा, बलौदा से चांपा, चांपा से अकलतरा और नैला से चाम्पा तक सिर्फ पांच बसों का संचालन हो रहा है। इनमें से बलौदा से चांपा मार्ग तथा जिला अस्पताल जांजगीर से अकलतरा तथा चांपा से अकलतरा केरा रोड बस स्टैण्ड से चांपा रेलवे स्टेशन तक भी सिटी बसों का संचालन होना है मगर सिर्फ तीन बसें ही संचालित हो रही है।
इस तरह शासन की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ जिलेवासियों को नहीं मिल पा रहा है। अब भी पांच बसें धूल खाती पड़ी है। जिन मार्गों पर दो-दो बसें चलनी थी उन मार्गों पर एक-एक बस ही चल रही है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सिटी बस के अभाव में ज्यादा रूपए खर्च कर आना जाना पड़ता है। जब से जिले में सिटी की शुरूआत हुई है तब से सही ढंग से सभी बसें एक भी दिन नहीं चल पाई है। ज्यादातर बसें भी अब खटारा हो रही है। शासन द्वारा लाखों रुपये खर्च कर खरीदी गई बसें लोगों के काम की नहीं रही और जिस मकसद से सिटी बस सेवा की शुरूआत की गई थी वह मकसद भी पूरा नहीं हो सका। हालांकि शहर के कुछ जनप्रतिनिधयों द्वारा वाहवाही लूटने के लिए बंद बसों में से तीन बसों को फिर से झण्डी दिखाकर रवाना किया गया, मगर अब भी पांच बसें टर्मिनल में खड़ी होकर धूल खा रही है।

कोई काम का नहीं सिटी बस स्टाप

नगरपालिका जांजगीर नैला द्वारा जिला मुख्यालय के 8 जगहों को चिन्हांकित कर 4.4 लाख रूपए की लागत से सिटी बस स्टापेज का निर्माण कराया गया है। इसमें गायत्री मंदिर नैला, तिवारी बालोद्यान, पुराना न्यायालयए कन्या महाविद्यालय, बीटीआई चौक, कलेक्टोरेट चौक, वसुन्धरा उद्यान व जिला अस्पताल के पास सिटी बस स्टैण्ड का निर्माण कराया गया है, लेकिन यहां न यात्रियों को बैठने की पर्याप्त सुविधा है न ही पर्याप्त मूलभूत सुविधा। यहां पर्याप्त सुविधाओं के अभाव में लाखों रूपए की लागत से निर्मित सिटी बस स्टैण्ड अनुपयोगी हो रहा है।

रेलवे स्टेशन से खोखरा तक चले सिटी बस

पूर्व में जिला मुख्यालय के नैला रेलवे स्टेशन से खोखरा के धाराशिव मोड़ तक सिटी बस संचालित हो रहा था, बस संचालक द्वारा नुकसान हो रहा है कहकर सिटी बस सेवा बन्द कर दिया है। जबकि इस रूट में कन्या महाविद्यालय, बस स्टैंड, टीसीएल कालेज, पुलिस लाइन, जेल लाइन, केन्द्रीय विद्यालय, दीनदयाल कालोनी सहित खोखरा, पुटपुरा, धाराशिव, मेहंदाए कुटरा, सेंदरी, भनेसर, कुथूर सहित दर्जनों गांवों के लोग सिटी बस से जिला मुख्यालय आना-जाना करते थे। जिससे इन गांव के लोगों को आवागमन में आसानी होती थी, लेकिन जब से सिटी बस बन्द हुआ है तब से लोगों को जिला मुख्यालय आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
समय के बर्बादी के साथ ही साथ ज्यादा रुपया खर्च कर जिला मुख्यालय पहुंचते है। एक बार फिर ग्रामीणों को 22 सितम्बर को प्रधानमंत्री के खोखरा जांजगीर आगमन पर सिटी बस पुन: शुरू होने की आस जगी है। कालेज के छात्रों व ग्रामीणों की मांग को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन चाहे तो पुन: इस रूट पर सिटी बस संचालित कर सकते है।
– पूर्व में निर्धारित रूट में सवारी नहीं मिलने के चलते कुछ माह के लिए बसें खड़ी की गई थी, इसकी जानकारी कलेक्टर सहित अन्य उच्चाधिकारियों को दी गई थी। सीएम द्वारा अगस्त में प्रकाशित गजट में नये रूट का प्रकाशन हुआ है। शासन से अनुमति मिलने के बाद शीघ्र ही सभी बसों का संचालन किया जाएगा- विजय नत्थानी, संचालक, सिटी बस
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो