इस तारतम्य में जांजगीर-चांपा जिला के कर्मचारी भवन जांजगीर में बैठक आयोजित कर निर्णय लिया कि उक्त कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में रायपुर पहुंचने के लिए आज बैठक आयोजित की गई जिसमें जिले के सभी संबंधित संगठन के पदाधिकारी उपस्थित होकर उक्त कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अपनी सहमति व्यक्त की।
सरकार की गलत नीति रवैया से क्षुब्ध होकर अर्धशासकीय गैर शासकीय दैनिक वेतन भोगी मानदेय प्राप्त करने वाले छोटे कर्मचारियों की मांगों को पूरा कराने के लिए यह रणनीति बनाई गई है जिसमें मुख्य रुप से लिपिकों की वेतन विसंगति दूर कर सम्मानजनक वेतनमान दिया जाए वह सीपीएस योजना के अंतर्गत कार्यरत सभी शासकीय सेवकों को पुरानी पेंशन 1976 लागू की जाए।
Video – प्रेमी ने प्रेमिका का बनाया अश्लील वीडियो, फिर कर दिया वायरल, तीन को जेल राज्य के शिक्षकों को केंद्रीय शिक्षकों के समान एक स्टेप अप वेतनमान दिया जाए वह संविलियन में जुटे शेष कर्मचारियों का संविलियन बिना शर्त तत्काल किया जाए पेंशनरों को सातवें वेतनमान का लाभ 1.4. 2018 से ना देकर 1.1. 2016 से दिया जाए एवं एरियर्स की राशि एक साथ प्रदान किया जाए धारा 49 हटाया जाए पर्यवेक्षक के प्रत्येक स्तर की वेतन विसंगति दूर करना जिसमें मूल पद की वेतन विसंगति व समयमान वेतनमान विसंगति दूर कर चार स्त्री पदोन्नत वेतनमान स्वीकृत करना आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के साथ 2.10.18 को शासन से जिन मांगों पर सहमति बनी है उसे तत्काल लागू किया जाए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को कलेक्टर दर पर मानदेय देने की कार्यवाही निश्चित होने के पूर्व हमें मध्य प्रदेश की तर्ज पर मानदेय दिया जाए बैठक में मुख्य रुप से अर्जुन सिंह क्षत्रिय अध्यक्ष छत्तीसगढ़ कर्मचारी संघ ट्रेड यूनियन कौंसिल अध्यक्ष की टीकम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के अध्यक्ष ताज बेगम संघ के कोषाध्यक्ष पवन सिंह चंदेल तहसील अध्यक्ष कमलेश्वर वैष्णव राधेश्याम शर्मा चंद्रहास सिंह कछवाहा सतीश साहू हीरालाल एचआर बर्मन संतोष कुमार श्रीवास, केशव चंद्र साहू, सूरज देवी रात्रे रुखमणी साहू , मनहर मेम वाई चंद्रा सुनीता चंद्रा अनीता बंजारे, सविता कश्यप, सुमित्रा चंद्रा, राम कुमार देवांगन के अलावा कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी उपस्थित थे