ज्ञात हो कि आवेदन लेने का तिथि पहले जुलाई तक थी। इसके बाद फिर से राज्य शासन द्वारा तिथि बढ़ाकर पांच अगस्त तक कर दिया गया। अब पांच अगस्त तक आवेदन लेने की प्रक्रिया चली। इसके बाद आनलाइन एंट्री का काम शुरू हो पाया। 15 दिन में चार लाख आवेदनों का आनलाइन एंट्री करना टेढ़ी खीर साबित हो गया।
अफसरों की मानें सर्वर डाउन होने के कारण काम बहुत धीमी गति से हुआ। पूरा संभाग में सर्वर डाउन की स्थिति थी। सप्ताह भर में ही सर्वर अच्छा चला तो आनलाइन एंट्री काम में रफ्तार पकड़ी। डाटा एंट्री का काम चारों नपा के अलावा नगरीय निकाय में चल रहा था। सर्वर डाउन होने के कारण एक दिन में आनलाइन एंट्री का काम 80 ये 100 ही हो पा रहा था। बाद में थोड़ी रफ्तार पकड़ीए तब 150 आवेदनों का एंट्री हो रहा था। इसके बाद भी समय पर पूरा काम नहीं हो सका।
25 हजार हितग्राहियों ने आवेदन ही जमा नहीं किए
जिले में पुराने 4 लाख 27 हजार राशन कार्ड (Ration Card) था। राज्य शासन द्वारा नए राशन कार्ड बनाने के शिविर लगाया गया। जिसमें 4 लाख 2 हजार हितग्राहियों द्वारा आवेदन प्रस्तुत किया गया है। 25 हजार हितग्राहियों द्वारा आवेदन जमा ही नहीं किया गया।
एक सितंबर से राशन कार्ड का होना है वितरण
राज्य शासन द्वारा राशन कार्ड नवीनीकरण (Ration Card Renewal) के लिए समय सीमा निर्धारित किया गया है। इसके अनुसार 15 से 29 जुलाई तक शिविर के माध्यम से आवेदन करना था। पांच अगस्त तक तिथि बढ़ाई गई। 20 अगस्त तक आनलाइन एंट्री करना था। 21 से 30 अगस्त तक छपाई होना है। एक से आठ सितंबर तक नए राशन कार्ड का वितरण किया जाना प्रस्तावित है। अब तक एंट्री का काम ही पूरा नहीं हो पाया है। इससे एक सितंबर को राशन कार्ड का वितरण (Distribution Of Ration Card) शुरू होना संभव नहीं दिख रहा है।