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जांजगीर चंपा

आधा दर्जन राशन कार्ड दिखाकर घर ले गया एक क्विंटल से अधिक राशन, सोसायटी संचालक से पूछने पर दिया ये जवाब…

Ration distribution disturbances: गरीबों का राशन कार्ड अपने पास गिरवी रख कई लोग थोक में राशन उठा रहे हैं, बाजार में इसे महंगे दामों में बिक्री कर रहे हैं।

जांजगीर चंपाSep 14, 2019 / 06:41 pm

Vasudev Yadav

आधा दर्जन लाया राशन कार्ड और एक क्विंटल से अधिक राशन ले गया घर, सोसायटी संचालक ने दिया ये जवाब...

आधा दर्जन लाया राशन कार्ड और एक क्विंटल से अधिक राशन ले गया घर, सोसायटी संचालक ने दिया ये जवाब…

जांजगीर-चांपा. गरीबों की गरीबी का फायदा उठाकर कुछ लोगों द्वारा राशन कार्ड गिरवी रख लिया गया है। इस राशन कार्ड से लोग कई क्ंिवटल राशन उठा रहे हैं। यही राशन को लोगों द्वारा बाजार में महंगे दामों में बिक्री किया जा रहा है। कुछ इसी तरह का मामला शनिवार को जांजगीर में सामने आया। इसमें एक व्यक्ति ने तकरीबन आधा दर्जन राशन कार्ड से राशन उठाकर थोक में अपने घर ले गया। जब सोसायटी संचालक से इस बात की जानकारी ली गई तब वह गोल-मोल जवाब देने लगा। इसकी शिकायत जिला खाद्य अधिकारी से की गई। जिला खाद्य अधिकारी ने मामले की जांच सोमवार को करने की बात कही है।
गरीबों के लिए उनका राशन कार्ड किसी जेवर या महंगी वस्तु से कम नहीं है। गरीब वर्ग के लोग आज इस कार्ड को गिरवी रख सेठ साहूकारों से बतौर कर्ज मोटी रकम लेते हैं। वहीं साहूकार या सूदखोर इस राशन कार्ड का इस्तेमाल कर हर महीने एक रुपए की दर पर सोसायटी से राशन उठाता है और बाजार में इसे महंगे दामों में बिक्री कर देता है।
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इस तरह का काला कारोबार हर सोसायटी में देखने को मिल जाएगा। कुछ इसी तरह की शिकायत शनिवार को जांजगीर के कोतवाली के बगल वाली सोसायटी में देखने को मिला। यहां का एक व्यक्ति लगभग आधा दर्जन राशन कार्ड लेकर आया और एक क्ंिवटल से अधिक चावल लेकर चलते बना। इस संबंध में उससे पूछताछ की गई तब उसका कहना था कि उसके पास कार्ड है इसलिए राशन का उठाव कर रहा है।

हितग्राही हो रहे योजना से वंचित
सरकार के चावल योजना का लाभ हितग्राहियों को नहीं मिल पा रहा है। इसके पीछे जिम्मेदार हितग्राही ही हैं। क्योंकि वे गरीबी के चलते अपना राशन कार्ड को गिरवी रख देते हैं। वहीं इसका लाभ सेठ साहूकार या सूदखोर उठा रहे हैं। इससे शासन की योजना से हितग्राही वंचित हो रहे हैं, वहीं सरकार के पास इसकी ठोस शिकायत नहीं मिलने की वजह से योजना में पलीता लग रहा है।

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एक रुपए का चावल बिकता है 20 से 25 रुपए किलो में
सोसायटी से मिलने वाला एक रुपए किलो का चावल बाजार में 20 से 25 रुपए में खप रहा है। आज भी 50 फीसदी सोसायटी में इस तरह का गोरख धंधा चल रहा है। सूदखोरों का सोसायटी के सेल्समेन से चोली दामन का साथ होता है। सेल्समेन से साठगांठ कर सूदखोर थोक में राशन सामान उठाते हैं और बाजार में महंगे दामों में बिक्री कर देते हैं।

लखन लाल के पास थोक में कार्ड था। इसलिए उसे एक क्ंिवटल चावल दिया है। बाहर में वह चावल को क्या कर रहा है इससे मुझे कोई मतलब नहीं है। शत्रुहन पांडेय, सेल्समेन जांजगीर
हमें इस तरह गलत कार्यों की शिकायत मिली है। इसके पीछे जिम्मेदार खुद हितग्राही है। जांजगीर में इस तरह की शिकायत मिली है। इसकी सोमवार को जांच कराएंगे। मनोज त्रिपाठी, सहायक जिला खाद्य अधिकारी
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