इतने लोगों का भोजन बनाने के लिए रात के एक बजे पहले से ही थक चुके रसोईयों ने असमर्थता जाहिर की, जिसके बाद एसडीएम मेनका प्रधान और तहसीलदार प्रकाश चंद साहू ने कुछ लोगों को साथ लेकर रसोइए की भूमिका निभाते हुए खुद ही खाना बनाने भिड़ गए। सभी के लिए भोजन तैयार किया और देर रात उन्हें भोजन कराने के बाद आश्रय स्थल में उनके सुव्यवस्थित रुकने की व्यवस्था की। सारी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने के पश्चात सुबह 4.30 बजे यह दोनों अधिकारी अपने घर पहुंचे। जिला प्रशासन के इन दोनों अधिकारियों की भूमिका की सभी मजदूरों ने तारीफ की।
आज मजदूरों की होगा मेडिकल जांच
बीती रात 12 बजे भारी बारिश के दौरान जांजगीर पहुंचे इन सभी मजदूरों को पहली प्राथमिकता भोजन कराने की थी क्योंकि इतनी रात को मेडिकल स्टॅाफ को आश्रय स्थल बुलाना मुमकिन नहीं था, जिसकी वजह से एसडीएम मेनका प्रधान और तहसीलदार प्रकाशन साहू ने पहले इनके भोजन और आवास की व्यवस्था की। खुद को सुरक्षित रखने की भी समस्या इन के सामने थी, लेकिन कर्तव्य का पालन भी जरूरी था। इसकी वजह से इन्होंने पहले मजदूरों के भोजन और आवास की व्यवस्था को प्राथमिकता दी। आज सभी मजूदरों का कराया जाएगा मेडिकल। जिसके बाद उन्हें उनके गंतव्य स्थल के लिए रवाना किया जाएगा।