मशरूम का सेवन करने से शरीर में एंटीवायरल और अन्य प्रोटीन की मात्रा बढ़ती है, जो शरीर की कोशिकाओं को रिपेयर करता है। यह एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक है। जो कि माइक्रोबियल और अन्य फंगस संक्रमण को भी ठीक करता है। ट्रेनर दीनदयाल यादव ने बताया कि मशरूम हमारे शरीर के प्रतिरक्ष प्रणाली को मजबूत करने के साथ साथ हृदय रोगों से बचाव सुगर, कैंसर, मधुमेह व मोटापा जैसी जानलेवा रोगों से बचाव करती है। मशरूम में हाई न्यूट्रियंट पाए जाते हैं। इसलिए ये दिल के लिए भी अच्छे होते हैं। साथ ही मशरूम में कुछ प्रकार के एंजाइम और रेशे पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर के कोलेस्ट्रॉल लेबल को कम करती है।
मौसम ने लिया यू-टर्न, तेज बारिश के साथ गिरे ओले, जानें मौसम विभाग ने क्या कहा ट्रेनर दीनदयाल यादव ने बताया कि मशरूम का सेवन करने से प्रोस्टेट और ब्रेस्ट कैंसर से बचाव होता है। क्योंकि इसमें बीटा ग्लुकन और कंजुगेट लानोलिक एसिड होता है, जो कि एक एंटी कसेजेनिक प्रभाव छोड़ते हैं। कई शोध से भी इस बात का समर्थन करती है कि मशरूम में मौजूद तत्व कैंसर के प्रभाव को कम करती है।
इसी तरह मधुमेह रोगियों के लिए मशरूम उत्तम आहार माना जाता है। इसमें शर्करा और स्टार्च की मात्रा बहुत कम होते हैं। इनमें वो सब कुछ होता है जो किसी मधुमेह रोगी को चाहिए। यादव ने बताया कि मशरूम में लीन प्रोटीन होता है जो कि वजन कम करने में मददगार होता है। मोटापा कम करने वालों को प्रोटीन डाईट लेने की सलाह दी जाती है। जिसके लिए मशरूम खाना बेहतर विकल्पों में से एक माना जाता है।
कुपोषण से बचाता है मशरूम
महिलाओं में गर्भावस्था बाल्यावस्था, युवावस्था तथा वृद्धावस्था तक सभी चरणों में का मशरूम का सेवन को उपयोगी माना गया है। इसमें मौजूद प्रोटीन विटामिन खनिज वसा और कार्बोहाइड्रेट्स बाल्यावस्था से युवावस्था तक कुपोषण से बचाता है। इसलिए डाक्टर भी इसे खाने की सलाह देते हैं। इसके साथ ही इसमें कलवसिन्न क्युना इड लेंटिलिंन क्षारिय व अम्लीय प्रोटीन की उपस्थिति मानव शरीर में ट्यूमर बनने से रोकती है। साथ ही इसमें लगभग पैंतीस प्रतिशत प्रोटीन होता है, जो पौधे से प्राप्त प्रोटीन से कहीं अधिक होती है।