जशपुर जिले के बगीचा विकासखंड अंतर्गत शासकीय बालक आश्रम गुरम्हाकोना में पूरी रात आश्रम का स्वीपर एक महिला के साथ रंगरेलियां मनाता रहा और प्रशासन बेखबर बना रहा। दरअसल पूरा मामला तब सामने आया जब इस आश्रम में पदस्थ पूर्णकालिक स्वीपर को किसी गैर महिला के साथ ग्रामीणों ने रंगे हाथों आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ लिया।
इसके बाद कमरे की बाहर से तालाबंदी की गई और सुबह छात्रावास अधीक्षक, सरपंच व ग्रामीणों ने मिलकर दोनों को आश्रम से बाहर निकाला और सवाल-जवाब के बाद पंचनामा तैयार कर अपने शीर्षस्थ अधिकारियों को अवगत कराते हुए कार्यवाही की मांग की।
रातभर मनाईं रंगरेलियां
मामला है बगीचा के गुरम्हाकोना शासकीय बालक आश्रम का जहां रविवार को रात में लगभग 9 बजे आश्रम का पूर्णकालिक स्वीपर त्रिलोचन यादव पिता नवीं यादव किसी महिला को लेकर आश्रम पहुंचा और उसने वहां नाईट ड्यूटी कर रहे दूसरे भृत्य बुधनाथ से आश्रम की चाबी ली और कमरे में चला गया।
ग्रामीणों ने बताया कि आपत्तिजनक अवस्था में दोनों रात भर आश्रम में रंगरेलियां मनाते रहे। आश्रम समिति के अध्यक्ष ने अलसुबह 3 बजे आश्रम के अधीक्षक सुरेश राम को फोन पर इसकी जानकारी दी।
महिला के पति के सामने हुई पूरी कार्रवाई
मामले में तब सब कुछ स्पष्ट हो गया जब आश्रम में त्रिलोचन यादव के साथ पकड़ी गई महिला का पति भी मौके पर पंहुच गया और उसने सब कुछ अपनी आखों से देखा। दरअसल महिला बगीचा बाजार आई थी और बस छूट जाने की बात कहकर ऑटो में घर जाने की बात अपने पति को बताई थी। जब महिला घर नहीं पंहुची तो पति ने भी खोजबीन शुरु कर दी थी और उसे शक था कि पत्नी गुरम्हाकोना आश्रम गई होगी।
पति जब आश्रम पहुंचा तो उसने त्रिलोचन यादव और महिला को बिना कपड़ों के आपत्तिजनक अवस्था में देख लिया। सुबह आश्रम अधीक्षक ने सरपंच व अन्य ग्रामीणों को बुलाकर दोनों को आश्रम से बाहर निकाला और पंचनामा करते हुए शीर्षस्थ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी।

आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ने बगीचा विकाखण्ड के शासकीय बालक आश्रम गुरम्हाकोना के पूर्णकालीन स्वीपर त्रिलोचन यादव को तत्काल प्रभाव से पूर्णकालीन स्वीपर के कार्य से कार्यमुक्त किया गया है।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग जशपुर प्राप्त जानकारी के अनुसार कलेक्टर द्वारा निर्धारित दैनिक मजदूरी दर पर पूर्णत: अस्थायी रूप से पूर्णकालीन स्वीपर का कार्य कर रहे त्रिलोचन यादव को आश्रम परिसर में अनैतिक कृत्य करते हुए ग्रामवासियों द्वारा पकड़े जाने, सरपंच एवं आश्रम अधीक्षक द्वारा घटना की सूचना पुलिस को दिए जाने तथा मण्डल संयोजक बगीचा से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर तत्काल प्रभाव से पूर्णकालीन स्वीपर के कार्य से कार्यमुक्त किया गया है।
अभी थमा भी नहीं हैं समर्थ दिव्यांग केन्द के दिव्यांग बच्चों से दुष्कर्म का मामला
पिछले वर्ष 22 सितंबर 2021 की रात 11 बजे जिला मुख्यालय जशपुर में कलेक्ट्रेट और जिला न्यायालय से महज 50 मीटर की दूरी पर और कलेक्टर आवास से ठीक पीछे स्थित समर्थ दिव्यांग केन्द की दिव्यांग बच्चियों से दुष्कर्म किया गया था। दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र में सुरक्षा व्यवस्था को ताक में रखते हुए खुद यहां के कर्मचारियों ने ही इस घिनौने कृत्य को अंजाम दिया था।
लापरवाही की हद देखिए कि इस प्रशिक्षण केंद्र में एक महिला स्वीपर के अलावा शेष कर्मचारी व अधीक्षक पुरुष हैं। वहीं उक्त प्रशिक्षण केंद्र में 8वीं तक के बच्चों को रखने की अनुमति है जबकि डीएमसी ने नियमों से परे जाकर 9वीं के 6 बच्चों को छात्रावास में रखा है।
स्वीपर को कर दिया गया है बर्खास्त
मामले की जानकारी मिलते ही आश्रम में कलेक्टर दर पर कार्य कर रहे आरोपी पूर्ण कालिक स्वीपर त्रिलोचन यादव की सेवा समाप्त कर दी गई है।
बीके राजपूत, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जशपुर