मायावती के निशाने पर जौनपुर में भाजपा के साथ कांग्रेस भी रही। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों एक जैसे। दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों और गलत कार्यप्रणालियों के चलते केन्द्र व राज्यों की सत्ता से बाहर होना पड़ा।
अंग्रेजों के जाने के बाद केन्द्र व देश के राज्यों में कांग्रेस ही लंबे अरसे तक सत्ता में रही। पर कांग्रेस अपने राज में न गरीबी न बेरोजगारी दूर कर पायी न किसानों को खुशहाल कर पायी।
यूपी में कांग्रेस के जमाने में रोजी रोटी के लिये लोगों को पलायन करना पड़ा। संविधान में मिले अधिकारों का पूरा लाभ भी दलितों व दबे कुचलों को नहीं मिल पाया। बाबा साहब ने भी कहा था कि संविधान प्रदत्त अधिकार तब तक नहीं मिल सकता जब तक केन्द्र व राज्य की सत्ता की चाभी आपके हाथ में नहीं रहती।
बीजेपी की सरकार भी केन्द्र की सत्ता से बाहर चली जाएगी। इनकी जुमलेबाजी अब नहीं चलेगी, क्योंकि प्रधानमंत्री ने जो अच्छे दिन दिखाने का वादा किया था वह जमीन पर एक चौथाई भी नहीं दिखाई दिया।
सरकार सिर्फ पूंजीपतियों को और मालामाल करने, उन्हें बचाने और उनकी चौकीदारी में ही लगी रही। मुस्लिम व अल्पसंख्यकों की हालत अभी भी बद्तर बनी हुई है। बीजेपी राज में इनपर जुल्म और ज्यादती बढ़ गयी है।
सवर्णों गरीबों की हालत भी बहुत अच्छी नहीं दिखती।