बंटवारे का हिस्सा लेकर राजेश अपने साथी सन्दीप कुमार के साथ घर पहुंचा। वहां आभूषण देख परिवार वाले सकते में आ गए और पूछताछ करने लगे। जब परिजन को यह पता चला कि दोनों ने सराफा व्यवसायी की हत्या कर लूट की है तो सभी ने आत्मसमर्पण के लिए दबाव डाला। परिजन शुक्रवार को उसे लेकर कोतवाली पहुंचे और दोनों ने लूट के आभूषण संग आत्मसमर्पण कर दिया। वाराणसी पुलिस दोनों आरोपियों को साथ लेकर चली गई।
वाराणसी के हुकुलगंज इलाके में 24 दिसंबर की रात तीन बदमाश सतीश चंन्द्र सेठ की ज्वैलरी की दुकान पर गये थे। दुकान में सतीश अकेले ही थी। लगभग 13 मिनट में ही अपराधियों ने करोबारी की हत्या करने के साथ आभूषण व नगदी की लूट की थी। मर्डर करने के बाद आराम से अपराधी फरार होने में कामयाब हो गये थे। दुकान के पीछे वाली गली से ही अपराधी अंदर आये थे इससे अनुमान लग रहा है कि अपराधी पहले भी यहां पर आ चुके थे। मर्डर की जानकारी मिलते ही बनारस में व्यापारियों ने जमकर नारेबाजी करते हुए सड़क जाम कर दिया था। मौके पर एडीजी जोन बृजभूषण, आईजी रेंज विजय सिंह मीना भी पहुंचे थे और परिजनों को समझा कर शांत कराया था।