पुलिस का कहना है कि इमरान आदतन अपराधी है। उसने कुछ समय पहले अपने चाचा की हत्या कर दी थी। सात महीने पहले ही वह जेल से बाहर आया था। वहीं गोली का शिकार हुआ मृतक ऋषिराज जिले में बजरंग दल इकाइ का पदाधिकारी बताया जा रहा है। ऋषिराज जिंदल की गोली मारकर हत्या करने के बाद कस्बे में तनाव के चलते बुधवार को भी पुलिस बल तैनात रहा। हालांकि बुधवार को कस्बे में बाजार खुले और पहले जैसी चहल-पहल दिखाई दी, लेकिन एतिहातन पुलिस मुस्तैद रही। हत्या के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग को लेकर जिलेभर में संगठनों ने रैलियां निकाली।
आकर बोले, यह कश्मीर नहीं पिड़ावा है…और गोली चली दी
ऋषिराज के साथियों ने जब आपबीती बताई तो सब सन्न रह गए। वारदात के प्रत्यक्षदर्शी विजय सोनी ने बताया कि सब बर्थ डे और अनुच्छेद 370 को हटाने की पार्टी में व्यस्त थे, इतने में मंजला और इमरान आकर बोले कि यहां कोई जश्न नहीं मनेगा। यह कश्मीर नहीं पिड़ावा है। हम वहां से निकलने लगे कि 10 मिनट के बाद इमराम दोबारा आया और आते ही विजय शर्मा को लात मार कर नीचे गिरा दिया और उस पर फायरिंग की। हम कुछ समझ पाते इतने में ही उसने ऋषिराज के सीने में गोली दाग दी। ऋषि जैसे ही नीचे गिरा हम सब घबरा गए। उन्होंने फिर फायरिंग की तो हम घबराकर तितर बितर हो गए। उनके साथ वहां और भी लोग थे, लेकिन अंधेरा होने के कारण हम उन्हें देख नही पाये।
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फायर तो मेरे ऊपर भी किया था, लेकिन मैं बच गया
एक और प्रत्यक्षदर्शी कुलदीप ने बताया कि ग्रीन वैली रिसोर्ट के सामने फैक्ट्री में हम सभी वहां मेरे तीन दोस्तों की जन्मदिन की पार्टी और कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटी तो उसका भी जश्न मना रहे थे। इतने में मंजला और इमरान वहां आए। उन्होंने बोला यहां से चले जाओ। इतना कहकर वे दोनों चले गए। 10 मिनट बाद इमरान, खालिद, अनवर बाइक से आए। इमरान ने आते ही मेरे दोस्त विजय को लात मार कर नीचे गिरा दिया। ऋषिराज इमरान का हाथ पकडऩे ही वाला था कि उसने फायर कर दिया। गोली लगने से ऋषि नीचे गिर पड़ा। बंदूक में साइलेंसर लगा हुआ था।