झालावाड़ जिले में रूणजी, बीरियाखेड़ी, पीपलिया, भवानीमंडी आदि में करीब 50 कोटा स्टोन की खाने है, इसके साथ ही जिले से रामगंजमंडी, सुकेत, जुल्मी आदि क्षेत्रों में बड़ी संख्या में कोटा स्टोन की माइंस है। जिनसे निकलने वाला माल यूरोप, बेल्जीयम सहित कई देशों तथा राजस्थान के बाहर महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, पंजाब, मध्यप्रदेश आदि में माल जाता था। लेकिन अभी कोरोना लॉकडाउन में माल की डिमांड कम होने से कोटा स्टोन का माल बाहर बहुत कम जा रहा है।
– जिले में कोटा स्टोन खदानें-50, इनमें काम करने वाले मजदूर करीब 25 हजार
– जिले में कोटा स्टोन इकाईयां-1100, इनमें काम करने वाले मजदूर करीब 11000
– जिले में सेंड स्टोन की खदानें- 15, इनमें काम करने वाले मजदूर करीब-1000
लॉकडाउन से पूर्व- 600 गाड़ी माल जा रहा था बाहर
लॉकडाउन के बाद अब-150 गाड़ी माल ही जा रहा है
-पहले 25 हजार मजूदर काम कर रहे थे अब 3000 हजार मजदूर ही काम पर आ रहे हैं
– जिन्होंने झड़ाई कर ली वो ही काम चला रहे है, जिन्होंने झड़ाई नहीं कि वो अब नया काम शुरू नहीं कर रहे हैं
– व्यापारियों को नोमिनल दर पर 5 साल के लिए ऋण उपलब्ध कराएं
– कोटा स्टोन उद्योग को बचाने के लिए सरकार अगले दो साल तक माइंस व कोटा स्टोन इकाइयों में विद्युत रेट कम करें।
– मजदूरों को सूक्ष्म लघु उद्योगों में सबसे ज्यादा रोजगार देने वाले उद्योग है मालिकों के साथ-साथ सरकार मजदूरों के लिए ऐसे राहत पैकेज दें ताकि मजदूरों का पलायन रूके।
– राज्य सरकार सभी सरकारी कार्यों में टाइल्स के स्थान पर कोटा स्टोन को काम लें, ताकि इससे ज्यादा फायदा हो यह लंबे समय तक व टिकाऊ होता है।
-लॉकडाउन में बंद फैक्ट्रियों व माइंस में आए बिल माफ हो, स्थाई शुल्क हटाया जाए।
-केन्द्र सरकार द्वारा 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज में से एमएसएमई सेक्टर को जो राहत दी है वह मूर्त रूप लेकर धरातल उतारें, जो कमियां इसमें है उनको दूर करें तब कहीं एमएसएमई सेक्टर को जीवनदान मिलेगा।
1.जिले में माइंस सरकार की गाइड लाइन के अनुसार चल रही है। 20 प्रतिशत फैक्ट्री ही चालू हुई है। बाजार में पहले की अपेक्षा 5 फीसदी ही माल जा रहा है। लॉकडाउन में खर्चे तो वही आए है ऐसे में सरकार को लॉकडाउन में बिजली माफ करें व 2 फीसदी अतिरिक्त शुल्क को हटाना चाहिए। बैंक में व्यापारियों के खातों की सीसी लिमिट 25 फीसदी बढ़ाई जाए, सरकारी काम में कोटा स्टोन को ही काम में लिया जाए।
विशाल मित्तल, अध्यक्ष कोटा स्टोन स्माल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन,झालावाड़।
सुरेश गुर्जर, जिलाध्यक्ष लाइम स्टोन माइंस एसोसिएशन,झालावाड़।
राजेन्द्र शर्मा, अध्यक्ष चन्द्रावती ग्रोथ सेंटर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, झालावाड़।