बैठक में जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ ने कहा कि ऐसे गांव का नाम बताइए जहां पानी सप्लाई नहीं हो रही है। 31 मार्च 2024 तक हर हाल में 1 हजार से अधिक गांव में जल पहुंचना है। इस पर डग विधायक कालूराम मेघवाल ने कहा कि मेरे क्षेत्र में तीन नदियां बहती है। इसके बावजूद उन्हेल नागेश्वर व चौमहला में 48 घंटे में एक बार लोगों को पानी मिल रहा है। यही हाल कई गांवों का है। मनोहर थाना विधायक ने कहा है कि इस बार पानी की समस्या ज्यादा रहेगी, क्योंकि वाटर लेवल डाउन है। जहां पानी की ज्यादा परेशानी हो वहां समय टैंकर से जलापूर्ति शुरू की जाए। भवानीमंडी प्रधान सुल्तान सिंह ने कहा है कि जलदाय विभाग के अधिकारी गर्मी में आधी जनता को भी पानी ही पिला दे तो यह उनके लिए बड़ी उपलबि्ध होगी।
कुछ पंचायतों में एक भी काम नहीं
खानपुर विधायक सुरेश गुर्जर ने कहा है कि मेरी विधानसभा की पंचायत समिति बकानी में 5-6 ग्राम पंचायतें ऐसी है जिनमें अभी तक एक भी काम स्वीकृत नहीं हुआ है। इन ग्राम पंचायत में काम नहीं मिलने का कारण क्या मैं हूं।
डूब क्षेत्र में एनिकट बना दिए
जिला परिषद की बैठक में वाटर शेड का मुद्दा जोरशोर से उठा। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने बताया कि कई जगह डूब क्षेत्र में एनिकट बना दिए गए और जहां जरूरत है वहां काम नहीं हुए। इस पर जिला कलक्टर ने वाटरशेड के अधिकारी जीतमल नागर को फटकार लगाई और कहा कि डूब क्षेत्र में एनिकट की क्या जरूरत। वहां तो पहले से ही पानी भरा रहता है।
स्थिति जस की तस
सुनेल प्रधान सीताबाई ने बैठक में बताया कि बोलिया बुजुर्ग स्कूल के सात कमरे ध्वस्त हो गए लेकिन संवेदक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस संबंध में विभाग के अधिकारियों को बता दिया गया लेकिन कई साल बाद भी स्थिति जस की तस है। बैठक में उप जिला प्रमुख ने अकलेरा अस्पताल में पेयजल समस्या एवं सोनोग्राफी मशीन के खराब होने की जानकारी दी। इस पर मनोहरथाना विधायक ने सोनोग्राफी मशीन को ठीक कराने का आश्वासन दिया।
कोई भी घर पेयजल की आपूर्ति से वंचित ना रहे
जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ ने जिले में पेयजल आपूर्ति के संबंध में जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देश देते हुए कहा कि आगामी दिनों में जिन क्षेत्रों में नलों के माध्यम से जलापूर्ति नहीं पहुंच पाएगी ऐसे क्षेत्रों में पानी के टैंकरों से जलापूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस वर्ष बारिश कम होने से जलस्तर में कमी आई है इसलिए जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्यों में प्रगति लाएं। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में जिले में कोई घर पेयजल आपूर्ति से वंचित नहीं रहना चाहिए।
जिले में मनरेगा में श्रमिकों को मिलेगा रोजगार
बैठक में जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में लगभग 1 लाख से अधिक श्रमिकों को मनरेगा के तहत रोजगार दिया जा रहा है। साथ ही 40 करोड़ से अधिक राशि के कार्य स्वीकृत किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत कार्यों की स्वीकृति निर्धारित गाइड लाइन के अनुसार दी गई है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में मनरेगा के तहत ऐसा कोई श्रमिक नहीं होना चाहिए जिसे निर्धारित राशि न मिले। इस दौरान मनरेगा की सत्र 2024-25 की वार्षिक कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया।
किसी की भी पेंशन नहीं रुके
मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेंद्र सिंह राजपुरोहित ने सभी विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि सत्यापन के अभाव में किसी की भी पेंशन नहीं रुकनी चाहिए। अगर ऐसा होता है तो संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई होगी। बैठक में जिला कलक्टर ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि किसी भी विभाग के आमजन से जुड़े कार्यों में अगर किसी अधिकारी द्वारा लापरवाही बरती गई तो उस अधिकारी एवं कर्मचारी के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। बैठक में जिला परिषद सदस्य फतेह सिंह सोनगरा, गंगा सिंह, शिव मेरोठा, पवन मेहरा, ओम पुष्पद, राकेश सोनी, रोशन सिंह, पर्वत सिंह, उप वन संरक्षक वी. चेतन कुमार सहित समस्त पंचायत समितियों के प्रधान, संबंधित विभागा के जिला स्तरीय अधिकारी, जिला परिषद् सदस्य एवं विकास अधिकारी उपस्थित रहे।