दिया जाएगा पीपीपी मॉडल पर ड्राइविंग ट्रेनिंग इन्स्टिट्यूट को पीपीपी मॉडल पर देकर वहां पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद अभ्यर्थी को सीधे ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा। वाहन ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल में वाहन चलाना सीखने के बाद अभ्यर्थियों को ड्राइविंग लाइसेंस तब जारी किया जाता है, जब वह ऑनलाइन कागजी प्रक्रिया को पूरा करने के बाद वाहन चलाने के टेस्ट में पास होता है। परिवहन विभाग इसमें बदलाव की तैयारी कर रहा है।
इन्होंने बताया सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) प्रभात पाण्डेय ने बताया कि अब पीपीपी मॉडल पर ड्राइविंग ट्रेनिंग इन्स्टिट्यूट दिया जाएगा। यहाँ पर अभ्यर्थी को यातायात नियमों के बारे में पढ़ाया जाएगा और नियमानुसार वाहन चलाना सिखाया जाएगा। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद प्रमाण-पत्र जारी किया जाएगा। इसके आधार पर ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यालय स्तर पर अधिकारियों की टीम बना दी गयी है, जो इस पर मंथन कर रही है।