बता दें कि नारनौद निवासी सुमित ने GATE 2019 परीक्षा की तैयारी दिल्ली से की थी। सुमित का कहना है कि परीक्षा में सफलता हासिल करने करने के लिए रोजाना करीब आठ घंटे पढ़ते थे। सुमित ने गेट 2019 में पहला स्थान पाकर झुंझनूं समेत पूरे राजस्थान का नाम रोशन किया है। सुमित ने अपनी सफलता का श्रेय पिता सुरेन्द्र सिंह भाम्बू को दिया है।
READ : राजस्थान में यहां बनेगी प्रदेश की पहली इंडोर फायरिंग रेंज, ‘रक्षकों’ को मिलेगा फायदा वहीं राजस्थान के ही दूसरे लाल ने गेट 2019 में दूसरी रैंक हासिल की है। अलवर के मूगंस्का स्थित जनता कॉलोनी के अविनाश जैन ने गेट 2019 सिविल इंजीनियरिंग परीक्षा में ऑल इंडिया में दूसरी रैंक हासिल की है। गेट 2019 में पहली और दूसरी रैंक प्राप्त करने वाले होनहारों की वजह से आज राजस्थान के लिए एक बार फिर गर्व की बात है। गेट 2019 परीक्षा की पहली पाली 2 फरवरी और 3 फरवरी को और दूसरी 9 फरवरी और 10 फरवरी 2019 को आयोजित हुई थी।
आपको बता दें कि ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) 2019 स्कोर तीन साल के लिए वैध होगा और व्यक्तिगत स्कोरकार्ड 31 मई, 2019 तक उपलब्ध रहेंगे। GATE परीक्षा एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है, इस परीक्षा के माध्यम से छात्रों को एम.टेक एवं पीएच. डी पाठ्यक्रमो मे प्रवेश प्राप्त होता है।