मां सुनीता बच्चों को बिलखते छोड़ अपनी इच्छा के अनुसार हरियाणा के एक व्यक्ति के साथ गाड़ी में बैठकर रवाना हो गई। बिलखते बच्चों को पीछे से पिता मनोज तथा उनके साथ आए परिजनों ने बड़ी मुश्किल से संभाला। दिल को झकझोर देने वाले इस घटनाक्रम में दूसरे युवक के संग जाने वाली सुनीता के सुसराल फिरकासी तथा पीहर बजावा से उन्हें समझाने तीन गाडिय़ों में भरकर आए परिजनों का भी कलेजा भर आया।
20 दिन पहले पीहर से हुई थी लापता
सुनीता अपने सुसराल फिरकासी से 20 दिन पहले पीहर बजावा आई थी। पीहर से वह गायब हो गई। थाने में उसके पति मनोज ने गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। इस पर पुलिस मंगलवार को शाम उसे हरियाणा से लेकर थाने में पहुंची। बुधवार को सुनीता से मिलने पीहर बजावा व सुसराल फिरवासी से तीन गाडिय़ों में भरकर पांच दर्जन परिजन व रिश्तेदार थाने में पहुंचे।
पुलिस ने थाने में उनके बच्चों, पति व परिजनों को सुनीता से मिलवाया। लेकिन सुनीता ने बच्चों, पति ,सास, ससुर, भाई की एक नहीं सुनी। थानाधिकारी अशोक चौधरी के अनुसार सुनीता ने स्वेच्छा से हरियाणा के युवक के साथ जाने व उसी के साथ रहने की इच्छा जताने पर पुलिस ने उसे बालिग मानते हुए मुक्त कर दिया।
16 वर्ष पहले हए थी शादी
सुनीता की शादी करीब 16 वर्ष पहले नागौर जिले के फिरकासी निवासी मनोज के साथ हुई थी। उसके तीन बच्चे दिनेश 14, रोहित 10 व मोहित 4 हैं। पति मनोज विदेश रहता है। जो तीन माह पहले ही घर आया था।
फाेटाे- प्रतीकात्मक तस्वीर