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झुंझुनू

खेत में टिटहरी ने दिए 4 अंडे, किसानों का अनुमान- इस बार जमकर होगी बारिश

Rain In Rajasthan 2022: राजस्थान के झुंझुनूं जिले के बगड़ कस्बे के निकट माखर गांव में विश्वनाथ शर्मा के खेत की मेड पर टिटहरी ने चार अंडे दिए हैं। ग्रामीणों की मान्यता है कि चार अंडे अच्छे मानसून के संकेत हैं।

झुंझुनूMay 27, 2022 / 03:02 pm

santosh

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Rain In Rajasthan 2022: राजस्थान के झुंझुनूं जिले के बगड़ कस्बे के निकट माखर गांव में विश्वनाथ शर्मा के खेत की मेड पर टिटहरी ने चार अंडे दिए हैं। ग्रामीणों की मान्यता है कि चार अंडे अच्छे मानसून ( Monsoon 2022 ) के संकेत हैं। संख्या के अनुसार चार माह तक अच्छी बरसात हो सकती है। बगड़ निवासी किसान शिव कुमार स्वामी ने बताया पक्षियों का पूर्वानुमान कोई अंधविश्वास नहीं होता। पक्षियों को अच्छी जानकारी होती है। किसान ओमप्रकाश सैनी ने बताया कि हमारे पिता, दादा व परदादा पक्षियों के पूर्वानुमान से मानसून का अंदाजा लगा लेते थे।

बुधवार से नौ तपा शुरू हो गया। पंडित दिनेश मिश्रा के अनुसार, जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो नौतपा शुरू हो जाता है। रोहिणी तो 15 दिनों की होती है, लेकिन इसके प्रारंभिक 9 दिन नौतपा कहलाते हैं। इस बार 25 मई को सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर लिया। इसी के साथ नौतपा की शुरूआत भी हो गई।

नौतपा 2 जून तक रहेगा। ऐसा कहा जाता है कि रोहिणी के दौरान यदि बारिश हो जाए तो बाद में सामान्य से कम बारिश होती है। शुरुआत के 9 दिन सर्वाधिक गर्मी वाले होते हैं। इन्हीं शुरुआती नौ दिनों को नौतपा के नाम से जाना जाता है। तापमान का बढ़ना अच्छी बरसात के संकेत हैं।

Rajasthan rain Forecast: मौसम विभाग ने इस साल के मानसून सीजन (जून से सितंबर) में सामान्य बारिश (96-104 फीसदी) होने की संभावना जताई है। राजस्थान में चार महीने के सीजन में औसत बरसात 415 एमएम होती है। बीते साल औसत बारिश 485.30 एमएम हुई थी, जो सामान्य से 17 फीसदी ज्यादा थी।

इस बार मौसम विभाग ने राजस्थान के उत्तर-पूर्वी हिस्से के बीकानेर, हनुमानगढ़, गंगानगर और चूरू में बारिश सामान्य से कम होने, जबकि दक्षिण-पूर्वी हिस्से के कोटा, सवाई माधोपुर, भरतपुर, अलवर, झुंझुनूं, जयपुर, दौसा, धौलपुर, बारां, बूंदी, टोंक, बांसवाड़ा, डूंगरपुर और उदयपुर में सामान्य से थोड़ी अधिक होने की संभावना है। केरल में मानसून के आने के बाद राजस्थान तक इसे पहुंचने में औसतन 20 या 22 दिन का समय लगता है। अनुमान है कि राजस्थान में मानसून समय से एक सप्तााह पहले 16 से 18 जून के बीच आ सकता है।

अलनीनो का असर नहीं
इस बार अलनीनो का असर नहीं है। इस कारण मानसून समय पर और अच्छा रहने का अनुमान है। राजस्थान में बीस से पच्चीस जून तक मानसून आने का समय रहता है। इस बार अच्छी बरसात होगी। अंडमान निकोबार से जो संकेत मिल रहे हैं उससे लगता है कि राजस्थान में अच्छा मानसून रहेगा।
-विकास मील, सहायक आचार्य, मोरारका कॉलेज झुंझुनूं

तेज गर्मी दे रही अच्छे संकेत
इस वर्ष मार्च में ही तेज गर्मी देखने को मिली है जिसका कारण पश्चिमोत्तर भारत, पाकिस्तान व ईरान में प्रतिचक्रवातीय दशाओं का होना है। आगामी दिनों में इसके परिणामस्वरूप मानसून अपने निर्धारित समय पर आएगा। समय पूर्व गर्मी के शुरू होने व अवधी लम्बी होने के कारण इस वर्ष मानसून अच्छा रहेगा।

दीपेन्द्र बुडानिया, उप प्रचार्य डाइट एवं वरिष्ठ व्याख्याता भूगोल

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