चिड़ावा/सुलताना. उपखंड के किशोरपुरा, किठाना क्षेत्र के गांवों में ओले गिरे। ओलावृष्टि के बाद किसानों ने नुकसान के मुआवजे की मांग की। किशोरपुरा सरपंच रामनिवास चौधरी ने बताया कि दोपहर में करीब 15 मिनट तक ओले गिरे। चने से बड़े आकार के ओलों की जमीन पर चादर बिछ गई। ओलों से गेंहू के दाने बिखर गए तथा फसल जमीन पर पसर गई। करीब 30 मिनट तक जोरदार बरसात का दौर भी चला। सरपंच चौधरी ने तहसीलदार ज्वालासहाय मीणा को ओलावृष्टि की सूचना दी। जिस पर तहसीलदार मीणा ने पटवारी से फसल में हुए नुकसान का अवलोकन कराने की बात कही। किसान नेता राजकुमार मूंड चनाना, किशोरपुरा के राजपाल सिंह, विनोद कुमार, बसेसरलाल ने फसलों में हुए खराबे का मुआवजा दिलवाने की मांग की। वहीं, पदमपुरा, क्यामसर, लोदीपुरा, सुलताना सहित अन्य गांवों में भी ओले गिरने के समाचार हैं। चनाना क्षेत्र में करीब 10-15 मिनट बरसात हुई। किठाना में भी बेर के आकार के ओले गिरे। ग्रामीण धर्मपाल योगी ने बताया कि ओलावृष्टि से फसलों में नुकसान हुआ। उधर, चिड़ावा में करीब दस मिनट तक बरसात हुई। बरसात के कारण लाइन फाल्ट होने से करीब दो घंटे तक बिजली कटौती रही।
पिलानी. क्षेत्र में बुधवार को तेज अंधड़ के साथ बरसात और ओले गिरे। बनगोठड़ी तथा हमीनपुर समेत पास-पड़ौस के गांव में चने के आकार के ओले गिरे। पिलानी क्षेत्र में 5.6 एमएम बरसात हुई।
बुहाना. उपखंड समेत कई गांवों में बरसात के साथ ओले गिरे। बरसाती पानी खेतों में भर गया। बेर के आकार के गिरे ओलों ने फसलों को नुकसान पहुंचाया।