अंत में किरवानी धुन की प्रस्तुति के साथ समापन हुआ। बाद में मंच पर आए शास्त्रीय संगीत की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुके वीणा वादक पंडित विश्वमोहन भट् ने अनोखे अंदाज में वीणा के तारों से निकले संगीत पर ग्रैमी अवार्ड वाली रचना ए मीटिंग बाइ द रिवर एवं केसरिया बालम पधारों म्हारे देश सुरीली आवाज में सुनाया तो हर कोई उनकी आवाज का दिवाना हो गया।