मरने के बाद फिर से जिंदा हो जाना या पुनर्जन्म होना। ऐसा हकीकत में नहीं बल्कि फिल्मों में ही होता है, मगर राजस्थान के झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी में ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें मौत के कई साल दो मृतक जिंदा हो गए। जब लोगों को इसकी हकीकत पता चली तो हर कोई चौंक गया। मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया। पुलिस ने जांच पड़ताल की तो एक सरकारी कारिंदे की कारगुजारी सामने आ गई।
READ : किराएदार का मकान मालकिन पर आया दिल पहले तो लगा दिया ये इंजेक्शन और फिर जो किया वो
READ: Isha Ambani का राजस्थान में यहां है ससुराल, मिला 5 करोड़ का तोहफा
हुआ यूं कि उदयपुरवाटी उपखण्ड के भौड़की गांव में दो लोगों की मौत हो चुकी थी। इसके बावजूद तामिल कुनिंदा ने नोटिस तामील करा दिए। मामला कृषि भूमि से रास्ता निकालने को लेकर जारी नोटिस की तामिल कराने के लिए था। इस संबंध में तामील कुनिंदा के खिलाफ फर्जी हस्ताक्षर कर नोटिस तामिल करवाने का मामला थाने में दर्ज करवाया गया है।
READ : मकान मालकिन पर गंदी नजर रखने वाले किराएदार ने मौका मिलते ही नशे का इंजेक्शन लगाकर कर डाला रेप
गांव भौड़की निवासी जयराम जाट ने तामिल कुङ्क्षनदा विजय सिंह आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। रिपोर्ट मेंं आरोप लगाया है कि उसकी जमीन से रास्ता निकालने के मामले में एसडीओ ने परिवादी व सह खातेदारों को बिना सुने ही आदेश जारी कर दिए थे।
एसडीओ के आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट में रिट दायर करने पर हाई कोर्ट ने आदेश जारी किया कि परिवादी व सह खातेदारों को सुनने के बाद ही आदेश जारी करें।
हाईकोर्ट के आदेश पर एसडीओ ने गत 20 फरवरी को प्रकरण दुबारा दर्ज कर नोटिस जारी कि ए। आरोपी तामील कुनिंदा विजयसिंह ने परिवादी तथा सह खातेदार शारदादेवी, घासीराम, राजेंद्र, रतनलाल, जगदेवाराम, घासीदेवी, नौरंगराम, विद्याधर, जयराम आदि के फर्जी हस्ताक्षर कर नोटिस तामील करवा दिए।
इतना ही नहीं आरोपी ने कई साल पहले मर चुके भौड़की निवासी उदयसिंह राजपूत व सुल्तानराम जाट के भी फर्जी हस्ताक्षर करके नोटिस तामील करवा दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।