भारतीय वायुसेना के मिराज-2000 लड़ाकू विमानों के जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पार कार्रवाई के बाद जोधपुर एयरबेस से सुखोई-30 और मिग-27 विमानों ने भी अलसुबह उड़ान भरी। पाकिस्तान की ओर से किसी काउंटर अटैक की आशंका को देखते हुए इन विमानों ने बॉर्डर तक गश्त लगाई। जम्मू कश्मीर से लेकर गुजरात के बॉर्डर तक यह विमान गश्त लगाते रहे।
मिराज विमानों के पाक अधिकृत कश्मीर में हमला कर भारत में लौटने के बाद जोधपुर एयरबेस से उड़े विमान भी वापस आ गए। देश के सबसे बड़े एयर बेस में जोधपुर भी शामिल है। यहां फोर्थ जनरेशन के सुखोई-30 विमान की एक स्क्वाडर्न के साथ मिग 27 अपग्रेडेड की दो स्क्वाडर्न है। गौरतलब है कि एयर फोर्स द्वारा अटैक करने के बाद अटैक करने वाले विमानों की सुरक्षा और शत्रु के मिसाइल हमलों से बचने के लिए अन्य विमान सुरक्षा के लिए भी उड़ाए जाते हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के लिए वायुसेना को सलाम करते हुए उसे बधाई दी हैं। गहलोत ने ट्वीट कर इसके लिए वायुसेना के जांबाज पायलटों को बधाई दी और उनके साहस को सलाम किया।
उन्होंने कहा कि इन पर पूरे देश को गर्व हैं। इसी तरह पायलट ने ट्वीट कर कहा कि इस साहसिक कार्य के लिए भारतीय वायुसेना को बधाई और उनके साहस को सलाम। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश हमारे वायु सैनिकों पर गर्व कर रहा है। हमारे जांबाज जवानों ने साफ संदेश दे दिया है कि देश की सुरक्षा से किसी भी किस्म का समझौता सहन नहीं किया जाएगा।