उन्होंने कहा कि गांधी जी के विचार और सोच आज भी जीवंत हैं। उनका अपनाया गया सत्य व अहिंसा का मार्ग ही देश और दुनिया में अमन-चैन की रक्षा कर सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जो लोग महात्मा गांधी का नाम लेने लगे हैं, उन्हें बापू को दिल से अपनाने की जरूरत है, दिमाग से नहीं। महात्मा गांधी के प्रिय भजनों का एक-एक शब्द उनके जीवन का संदेश है।
गहलोत के मुख्य आतिथ्य में जोधपुर के बीजेएस स्थित सेन्ट्रल एकेडमी विद्यालय और रोटरी क्लब मिड टाउन की साझा मेजबानी में आयोजित ‘मैं भी गांधी हूं’ कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के 6500 वि़द्यार्थियों ने एक साथ गांधी वेश में भारत का नक्शा साकार कर के इंडिया बुक ऑफ रिकॉड्र्स में रिकार्ड दर्ज करवाया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने एक साथ 50 हजार पौधे लगा कर एक वर्ष तक उनके संरक्षण का संकल्प भी लिया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में बच्चों के बापू की वेशभूषा में शामिल होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और आयोजक संस्थाओं के प्रयास की सराहना की।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने महात्मा गांधी के आदर्शो पर एक नुक्कड़ नाटक की शानदार प्रस्तुति दी। छात्रों की बैण्ड प्लाटून ने मार्च पास्ट के माध्यम से अतिथियों का अभिवादन किया। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को गांधी के आदर्शों पर आधारित शपथ दिलवाई। सेन्ट्रल एकेडमी के निदेशक अंकुर मिश्रा ने सभी का स्वागत किया।