Conspiracy of crime : जेल से छूटते ही बड़ी वारदात की साजिश, थड़ी वाले ने ऐसे बचाया
– झाडि़यों की ओट में रच रहे थे लूट-नकबजनी की साजिश, हिस्ट्रीशीटर सहित तीन गिरफ्तार (3 arrested with Histroysheeter)- लाल मिर्ची पाउडर, लगिया व चाकू जब्त (Red chili powder, rag and knife seized)
Conspiracy of crime : जेल से छूटते ही बड़ी वारदात की साजिश, थड़ी वाले ने ऐसे बचाया
जोधपुर।
देवनगर थाना पुलिस (Police station Devnagar) ने पाल रोड (Pal Road) पर पासपोर्ट कार्यालय के सामने झाडि़यों के पास लूट व नकबजनी की बड़ी साजिश रच रहे हिस्ट्रीशीटर सहित तीन जनों को गिरफ्तार (3 arrested with historysheeter in Conspiracy to commit a major crime) किया। इनसे लाल मिर्च पाउडर, लगिया व धारदार चाकू जब्त किया गया।
थानाधिकारी जयकिशन सोनी ने बताया कि पासपोर्ट कार्यालय के सामने झाडि़यों के पास तीन युवक बैठे थे। इनकी हरकतें संदिग्ध नजर आने पर पास ही मौजूद चाय की थड़ी संचालक (Cabin owner doubted and inform the police) को संदेह हुआ। उसने सतर्कता दिखाते हुए तीनों के बारे में तुरंत पुलिस को सूचना दी। थाने से सादे वस्त्र में कांस्टेबल मौके पर पहुंचा और गोपनीय तरीके से नजर रखी। तीनों की हरकतें व हाव-भाव संदेहास्पद नजर आने पर थाने में अवगत कराया गया। पुलिस मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर अंकित बारासा, मिथुन वाल्मिकी व शनि उर्फ माणक वाल्मिकी को पकड़ लिया।
तलाशी लेने पर तीनों के पास लाल मिर्च पाउडर, लगिया व धारदार चाकू मिला। तीनों को थाने ले जाकर अलग-अलग सख्त पूछताछ की गई। तब सामने आया कि तीनों युवक किसी राहगीर से लूटपाट या नकबजनी की साजिश रच रहे थे। पुलिस ने वारदात की साजिश रचने व आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर पंचोलिया नाडी में हरिजन बस्ती निवास अंकित बारासा पुत्र मुकेश वाल्मिकी, मूलत: माधोबाग हरिजन बस्ती हाल पंचोलिया नाडी में हरिजन बस्ती निवासी मिथुन पुत्र शेरू वाल्मिकी और शनि उर्फ माणक पुत्र ताराचंद वाल्मिकी को गिरफ्तार किया। इनसे वारदात में काम लिए जाने वाले औजर जब्त किए गए। कार्रवाई में एएसआइ अनिल कुमार व सुखदास, कांस्टेबल बद्रीराम, पिंटूसिंह, शिवनारायण व रामावतार शामिल थे।
चार दिन पहले जेल से छूटा, रुपए की जुगाड़ में थे तीनों
आरोपी अंकित बारासा प्रतापनगर सदर का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ लूट, चोरी, चोरी, नकबजनी और अवैध हथियार के 15 मामले दर्ज हैं। मिथुन के खिलाफ भी लूट, चोरी, नकबजनी व आर्म्स एक्ट के सात मामले दर्ज हैं। वह गत 13 मई को ही जमानत पर जेल से छूटकर बाहर आया था। आर्थिक तंगी के चलते तीनों रुपए के लिए वारदात करने की फिराक में थे।