राजस्थान की भजनलाल सरकार का बड़ा फैसला, पलटा गहलोत सरकार का ये फैसला
कार्तिक पूर्णिमा पर गांव में मेला भरता हैउनके बेटे मुकेश बताते हैं कि जब मैं छह साल का हुआ, तब कार्तिक पूर्णिमा को गांव में पिता की स्मृति में होने वाले कार्यक्रम में मंच पर मुझे माला पहनाई गई। तब पता चला कि अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए
पिता ने अपना बलिदान दिया था। हर कार्तिक पूर्णिमा पर पिता की स्मृति में गांव में मेला भरता है। उनकी गांव के मध्य प्रतिमा लगाई गई और एक हॉस्टल का निर्माण कराया गया है। सेठाराम की स्मृति में हुए कार्यक्रम में पूर्व सरसंघ चालक रज्जू भैया व वर्तमान सरसंघ चालक मोहन भागवत तक शिरकत कर चुके हैं।