ऊंट पालक नैनाराम देवासी व गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि उनके आस-पास के 20-25 किलोमीटर दायरे में एक भी पशु चिकित्सक नहीं होने से इन्होंने ब्लॉक चिकित्सा स्तर पर फोन पर सूचना दी लेकिन पशुओं का इलाज करने के लिए कोई नहीं पहुंचा। चार ऊंटों की इलाज के अभाव में मौत हो गई और दूसरे बीमार पड़े हैं।
सर्रा रोग के लक्षण चिकित्सा विभाग के निर्देशानुसार यदि ऊंटों में लगातार लम्बे समय तक तेज बूखार आना, ऊंट के शरीर में कमजोरी आना, कब्जी होना, चक्कर आना यह सर्रा रोग के लक्षण होते हैं।
चिकित्सक दल को भेजेंगे मोरिया-मुंजासर में यदि ऊंटों में सर्रा रोग होना लग रहा हैं। तो इसकी पहले जांच के लिए हमारी चिकित्सा टीम को मौके पर भेजकर पशुओं की स्वास्थ्य जांच करवाएंगे। उसके बाद आगे की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जायेगी।
-दशरथ सिंह राठौड़, जिला पशु चिकित्सा अधिकारी जोधपुर।