– सारण नगर क्रॉसिंग से बनाड़ मोड़ तक करीब 6.5 किलोमीटर लम्बाई तक यह फोरलेन सडक़ प्रस्तावित की गई है।
– जोजरी नदी पर पुल बनाकर इस सडक़ को मुख्य सडक़ से मिलाने की भी योजना है।
– इसी मार्ग के समानान्तर माता का थान नाले को भी पूरा कर जोजरी नदी से मिलाया जाएगा।
– 1 करोड़ की राशि डीपीआर पर खर्च होगी।
आरटीओ कार्यालय मोड़ से बनाड़ तक वैकल्पिक सडक़ का प्रावधान मास्टर प्लान में भी किया गया है। पहले चरण में पावटा सी रोड से रामनगर तिराहे तक करीब 30-40 फीट चौड़ी सडक़ बनी। क्योंकि आस-पास घनी आबादी है। दूसरे चरण में रामनगर तिराहे से सारण नगर क्रॉसिंग तक 80 फीट सडक़ का काम चल रहा है। तीसरे चरण में सारण नगर क्रॉसिंग से बनाड़ तक इस सडक़ को मिलाना है।
रामनगर तिराहे से सारण नगर क्रॉसिंग तक दूसरा चरण विवाद में है। यहां जमीन अधिग्रहण को लेकर मामला न्यायालय में चला गया। एक पक्ष का गलत तरीके से जमीन अवाप्त प्रक्रिया करने का आरोप है। ऐसे में अब विवादित क्षेत्र में निर्माण समय पर पूरा होने पर भी संशय है।
सारण नगर क्रॉसिंग से बनाड़ तक कई जगह खातेदारों की जमीन अधिग्रहित करनी होगी। यह सडक़ रेलवे पटरी के पास से गुजरेगी। इसके लिए पूर्व में नोटिस भी जारी हुए थे।
‘सीएम की घोषणा की पालना में इस सडक़ की डीपीआर प्रक्रिया शुरू की गई है। यह सडक़ मास्टर प्लान का हिस्सा है। यह सडक़ बनने से मुख्य बनाड़ रोड का यातायात भार कम होगा।
– घनश्याम पंवार, अधिशासी अभियंता, जेडीए जोधपुर