गौरतलब है कि एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज में पिछले साल एआईसीटीई की टीम ने दौरा करके कमियां निकाली थी और विवि को इन कमियों को दूर करने के लिए एक साल का समय दिया था। एआईसीटीई की 13 कमियों में से मात्र 2 कमियां ही विवि ने कागजों में पूरी की। नतीजतन विवि को एमबीएम कॉलेज के इस साल होने वाले प्रवेश से हाथ धोना पड़ा। बैठक में एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज के एल्यूमिनी एसोसिएशन के अध्यक्ष पीसी पुरोहित, कॉलेज के पूर्व छात्र व पूर्व मुख्य सचिव अशोक जैन, गुंजन सक्सेना भी उपस्थित थे। सबसे पहले बैठक में एल्यूमिनी एसोसिएशन से संबंधित पदाधिकारी कुलपति डॉ. आरपी सिंह, कार्यवाहक रजिस्ट्रार प्रो. पीके शर्मा, डीन प्रो. एसएस मेहता शामिल हुए। इसके बाद एचओडी को बुलाकर चर्चा की गई।